ब्रेन ऑपरेशन के बाद मरीज बेकाबू, बन गया वहशी

दारुल हुकूमत के एक बड़े प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे एक मरीज के ब्रेन का ऑपरेशन होने के बाद उसकी हालत बदल गयी। ऑपरेशन के बाद मरीज वहशी बन गया और हॉस्पिटल के मुलाज़िमीन और मरीजों को जख्मी कर दिया।
जख्मी मुलाज़िमीन का इलाज चल रहा है। यह वाकिया पारस हॉस्पिटल में घटी। मरीज का ऑपरेशन 11 फरवरी को हुआ था। वह इतवार के अहले सुबह 3.30 बजे अपने बेड से उठा और अस्पताल के चार मुलाज़िमीन को जख्मी कर दिया। फिलहाल वह मरीज अभी अस्पताल में ही भरती है।

जानकारी के मुताबिक ब्रेन ट्यूमर की शिकायत को लेकर एक मरीज पटना के पारस हॉस्पिटल पहुंचा। उसे दिमाग के सामने वाले हिस्से में गांठ थी। डॉक्टरों ने 11 फरवरी को उसका ऑपरेशन किया। अचानक इतवार की सुबह उसे कुछ तकलीफ हुई और आसपास खड़े चार अस्पताल मुलाज़िमीन को मारकर जख्मी कर दिया। बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के बाद मरीज को दूसरी बीमारी हो गयी है।

इसे डोकटरी ज़ुबान में ‘लेफ्ट फ्रंटल लोब सिजर या फ्रंटल लोब डिसइहिबिजशन सिंड्रोम’ कहा जाता है। इसमें मरीज के दिमाग से गांठ निकालने के बाद इस तरह की हालत पैदा हो जाती है जिससे वह मरीज अपने दिमाग पर से कंट्रोल खो देता है। यह एक अजीब तरह की बीमारी है। दिमाग पर कंट्रोल नहीं रहने की वजह से ऐसे मरीज कपड़े खोलने, कुछ भी बोलने या ऐसी हरकत करने लगते हैं, जिसकी उन्हें जानकारी नहीं होती है।
पारस हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ आनंद ने बताया कि मरीज को ब्रेन ट्यूमर था। इलाज के लिए उसके दिमाग के सामने का हिस्सा काट कर हटाया गया था। ऑपरेशन में ट्यूमर निकालने के बाद जगह खाली हो जाता है। इस तरह के हरकत हजारों मरीजों में एक में पाया जाता है। यह पूछे जाने पर कि क्या मरीज का दिमाग पर कभी कंट्रोल हो पायेगा, डा आनंद ने बताया कि यह ठीक हो जायेगा। थोड़ा वक़्त लगेगा। मरीज को चार-पांच दिनों में अस्पताल से छुट्टी दे दी जायेगी।