ब्रेन स्ट्रोक से दुनिया में हर साल 50 लाख अम्वात

ब्रेन अटैक या ब्रेन स्ट्रोक दुनिया भर में होरही अम्वात की दूसरी बड़ी वजह है । आलमी सेहत तंज़ीम WHO के जायज़ा के मुताबिक़ हर साल दिमाग़ पर हमला की वजह से तक़रीबन पच्चास लाख पच्चास हज़ार अम्वात हो रही हैं । इस सिलसिला में यशोधा हॉस्पिटल्स की तरफ़ से न्योरोलोजिस्टस न्यूरो सर्जन्स और स्ट्रोक स्पैशलिस्टस के लिये इस मौज़ू पर तबादला ख़्याल के लिये एक प्लेटफार्म फ़राहम किया गया और न्यूरोसाइंस के मौज़ू पर एक कान्फ़्रैंस मुनाक़िद की गई ।

वज़ीर सिविल स्पलाईज़ डी सिरीधर बाबू ने इस कान्फ़्रैंस का इफ़्तिताह किया । कान्फ़्रैंस में माहिरीन ने इज़हार ख़्याल करते हुए कहा कि स्ट्रोक या ब्रेन अटैक उस वक़्त होता है जब कि ख़ून जम जाता है और दौरान ख़ून रुक जाता है या ख़ून के ख़लीए टूट जाते हैं और दिमाग़ तक दौरान ख़ून दरहम ब्रहम होजाता है ।

माहिरीन ने ये बयान करते हुए कि दिमाग़ी ईलाज मुआलिजा के लिये असरी रिसर्च हुवा है और नई टैक्नालोजी से इस्तिफ़ादा किया जा रहा है । मुख़्तलिफ़ केसेस से निमटने के लिये अपने तजुर्बात बयान किये । दिमाग़ी मरीज़ों के ईलाज के दौरान फ़िज़िशियन को होने वाले तजुर्बात से भी वाक़िफ़ किराया ।।