जोधपुर, ०८ जनवरी (पी टी आई) भंवरी देवी गुमशुदगी केस में एक अहम पेशरफ़त हुई , जब जिलौडॉ गांव के क़रीब राजीव गांधी कनाल से एक दस्ती घड़ी , चंद हड्डियां और कुछ दूसरी अशीया बरामद हुईं।
एक पुलिस ओहदेदार ने कहा कि दीगर अशीया में एक अँगूठी और एक लॉकेट भी शामिल है, जिस की जांच की जा रही है और ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आया ये भंवरी देवी की ही अशीया हैं। पुलिस और सी बी आई की मुशतर्का टीम ने इन अशीया को तलाश किया।
हुकूमत राजस्थान ने इस नहर में पानी के बहाओ को रोक दिया था ताकि तहक़ीक़ात कुनुन्दगान को भंवरी देवी की बाक़ियात तलाश करने में मदद हासिल हो सके। इस मुक़द्दमा के एक मुल्ज़िम कैलाश जाखिर ने सी बी आई से कहाकि यक्म सितंबर 2011 को भंवरी देवी की नाश इस के और इस के एक साथी बिशन राम बिश्नोई के हवाला की गई थी जिस के बाद इन दोनों ने नाश को जिलौ डॉ के क़रीब एक खड्ड में नज़र-ए-आतिश करदिया और बाक़ियात को नहर में बहा दिया गया था।
सी बी आई ओहदेदारों ने कहा है कि बिशन राम ने बहुत जल्द जिलौ डॉ गांव लाया जाएगा जहां दस्तयाब शूदा अशीया की शनाख़्त करवाई जाएगी। ग़ोता ख़ोरों ने लक्कड़ी से तैयार एक बैग , चंद चूड़ियां और हडीयों के टुकड़े दस्तयाब हुए थी, बैग से चूड़ीयों के इलावा दो देसी साख़ता रीवालवर बरामद हुए थे। सैंटर्ल फेरोनसिक़ लेबारेटरी की टीम इस मुक़ाम से दस्तयाब अस्थियों (राख) को डी एन ए मुआइने के लिए नई दिल्ली रवाना कर दिया है ताकि ये मालूम किया जा सके कि आया भंवरी देवी की नाश जलाई गई थी।