भगवान को लेकर महेश भट्ट का अजीब बयान

महेश भट्ट ने ईश्‍वर के होने या न होने से जुड़ा एक मुतनाज़ा बयान दिया है। महेश पहले भी ऐसे बयानों की वजह से सुर्खियों में रहे हैं। उन्होंने अपनी निजी सोच के बारे में एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि उनकी ज़िंदगी में भगवान की अहमियत कभी नही रही है।

भट्ट ने कहा है कि बचपन में वालिद की मौत के बाद उनकी सोच बदल गई और उन्होंने भगवान पर यकीन करना हमेशा के लिए खो दिया। वह हमेशा चाहते थे कि उनके वालिद उनके साथ रहें।

हालांकि महेश ने अपने आसपास के लोगों को ये पता नहीं लगने दिया। उन्होंने ये भी बताया कि फिल्में न चलने की वजह से वह नशे के गिरफ्त में भी आए थे लेकिन किसी की सलाह से वह सही रास्ते पर आने लगे।

गोधरा दंगों के बाद जख्म जैसी फिल्म बनाने में महेश को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया है कि डायरेक्टर के तौर पर उनकी इस आखिरी फिल्म ने उनको कई समझौते करने पर मजबूर किया।

भगवा साफा बांधे सीन का बहुत एहतिजाज हुआ जिसकी वजह से डिजीटल तकनीक के इस्तेमाल से साफे का रंग बदला लेकिन इस तकनीक ने 40 लाख से ज्यादा खर्च करा दिए।

‍‍‍बशुक्रिया: अमर उजाला