भगवा आतंकवाद कहने वालों के खिलाफ़ मेरी लड़ाई धर्मयुद्ध की तरह है- प्रज्ञा ठाकुर

मालेगांव बम विस्फोट मामले की आरोपी और भोपाल से लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने रविवार को कहा कि हिंदुत्व और विकास समानार्थी हैं तथा उनकी चुनावी लड़ाई ऐसे लोगों के खिलाफ ‘धर्मयुद्ध’ की तरह है जो भगवा आतंकवाद जैसे शब्द गढ़कर धर्म को अपमानित कर रहे हैं।

ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, चुनाव आयोग द्वारा लगाई गयी 72 घंटे की प्रचार पाबंदी खत्म होने के बाद अपने पहले बयान में उन्होंने कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द देने वालों में प्रमुख हैं।

उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘मैं उन लोगों के खिलाफ धर्मयुद्ध लड़ रही हूं जिन्होंने ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द गढ़कर सनातन धर्म की छवि खराब की, मुझे जेल भेजा और कानून की आड़ में मुझे प्रताड़ित किया।

जेल में अत्याचारों का सामना करने का दावा करते हुए भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) उन्हें क्लीनचिट दे चुकी है।

उन्होंने कहा, मैं व्यक्तिगत रूप से उन लोगों को माफ कर चुकी हूं जिन्होंने मुझे प्रताड़ित किया और मुझ पर अत्याचार किये। मैं इसलिए भी चुनाव लड़ रही हूं कि कि कोई महिला अत्याचार का सामना नहीं करे, जैसा मैंने जेल में सहा।

2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में गिरफ्तार प्रज्ञा ठाकुर को एनआईए ने क्लीन चिट दे दी थी लेकिन निचली अदालत ने उन्हें मामले से बरी नहीं किया है। अदालत ने उनके खिलाफ मकोका के तहत आरोप वापस ले लिये और अब उन पर गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत मुकदमा चल रहा है।