गुजरात में हुई दलितों की पिटाई का मुद्दा अभी शांत हुआ नही था कि महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी दलितों पर हमले के दो नए मामले सामने आए हैं। 17 जुलाई को एक ग्रुप के वर्कर्स ने बीफ पकाने का आरोप लगाकर चिकमंगलूर के दलित बलराज और उनके परिवार की हॉकी-डंडों के साथ बेहरमी से पिटाई की जिसके बाद से इलाके में तनाव है और पीड़ित के परिवार का आरोप है कि उनपर हमला करने वाले बजरंग दाल से थे।
इन्होंने बलराज को इतनी बेरहमी से पीटा कि बलराज के हाथ में फ्रैक्चर आ गया वहीं, उसकी पत्नी और बच्चों को गंभीर चोट आई हैं। इन लोगों का कहना था कि उन्होंने अपने घर में बीफ रखा हुआ था। इस मामले में करीब 40 लोगों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में केस दर्ज किया गया है। जिनमें से 7 की गिरफ्तारी हो चुकी है। दूसरी और महाराष्ट्र के बीड़ जिले की घटना है। जहां 30 लोगों के ग्रुप ने आकाश वाघमारे और मयूर लोखंडे नाम के दो लड़कों को सिर्फ इसलिए पीट दिया गया क्योंकि उनकी बाइक पर बाबा साहब अम्बेडकर की फोटो लगी हुई थी। लड़कों ने बताया कि वे बाइक से रिश्तेदार के घर जा रहे थे तो उनकी बाइक से एक शख्स को मामूली टक्कर लग गई तो कुछ लोगों की भीड़ ने दोनों को घेर लिया और बाइक पर बाबा साहब की फोटो लगी देखकर पीटना शुरू कर दिया। इन दोनों पीड़ित लड़कों को लोकल हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है और महाराष्ट्र पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।