भगवा संगठन ने सनबर्न फेस्टिवल को बताया हिंदू संस्कृति के खिलाफ, माहौल बिगाड़ने की कोशिश

महाराष्ट्र: साल 2046 अलविदा कहने को है और दो दिनों में साल 2017 दस्तक देने वाला है। हर वर्ग की जनता इस मौके की तैयारी अपने तरीके से कर रही है। इसी बीच भगवा संगठन और हिंदू धर्म के कुछ ठेकेदारों ने इस मौके पर लोगों का मजा किरकिरा करने की ठान ली है। इस साल महाराष्ट्र के पुणे में कुछ भगवा संगठन एशिया के सबसे बड़े म्यूजिक फेस्टिवल्स में सनबर्न फेस्टिवल को हिंदू संस्कृति के लिए हानिकारक बताते हुए इसका विरोध कर रहे हैं।

पुणे के एक गाँव केसनंद में होने वाले इस फेस्टिवल को लोकल ग्रामीणों गलत ठहराते हुए आरोप लगाया है कि इस फेस्टिवल में शराब और अश्लीलता परोसी जाती है। जबकि इस गांव में शराब पर पिछले दस सालों से पाबंदी है। गाँव वालों के साथ सनातन संस्था भी इस फेस्टिवल का विरोध कर रही रही है। सनातन संस्था के प्रवक्ता अभय वर्तक का कहना है कि पुणे संतों की धरती है, और हम फेस्टिवल में होने वाली अश्लीलता को इस धरती पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।

आपको बता दें कि मुंबई हाइकोर्ट में इस फेस्टिवल के खिलाफ मुं एक याचिका भी दर्ज की गई जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया। लेकिन 31 दिसंबर तक चलने वाले इस फेस्टिवल के लिए हिंदूवादी संगठनों के विरोध को देखते हुए यहां भारी मात्रा में पुलिस बल भी तैनात कर दी गई है और इस फेस्टिवल के आयोजकों द्वारा करीब 600 निजी बाउंसर भी तैनात कर दिए गए हैं। गौरतलब है कि फेस्टीवल में दुनिया भर के कई मशहूर डीजे, म्यूजिक कंपोजर हिस्सा लेने आ रहें हैं और आशंका जताई जा रही है कि कहीं इस फेस्टीवल का माहौल खराब करने के लिए भगवा संगठन कोई हंगामा न करें।