एक मुक़ामी नौजवान जिसे एन आई ए ने गुज़शता हफ़्ते गिरफ़्तार किया था चीफ़ मिनिस्टर गोवा मनोहर पारीकर के बमूजब भटकल का साबिक़ साथी है। दोनों में बादअज़ां इख़तिलाफ़ात पैदा होगए थे। देहात चंबल के झोपड़ पट्टी में क़ियाम करने वालों को ये जान कर सदमा पहुंचा कि एन आई ए ने जिस नौजवान को गिरफ़्तार किया है इस के रवाबित इंडियन मुजाहिदीन के मुआविन बानी भटकल के साथ भी थे।
मुक़ामी पुलिस ने नौजवान के नाम का इन्किशाफ़ नहीं किया। भटकल गोवा में 2011 से 2012 तक मुक़ीम था। समाजी कारकुन मनी अशर्फ़ बैग ने कहा कि पुलिस हमेशा ग़ैर समाजी अनासिर की तलाश में झोपड़ पट्टी में धावे किया करती है। मुक़ामी अफ़राद ने हमेशा पुलिस के साथ तआवुन किया है और हर मतलूब शख़्स को पुलिस के हवाले कर दिया है लेकिन ये मालूम कर के उन्हें सदमा पहुंचा कि झोपड़ पट्टी में रहना वाला एक नौजवान दहश्तगरदों से भी रब्त रखता था।