हजरत अब्दुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०) फरमाया, जब कोई मुसलमान किसी को कपड़ा पहनाता है, तो जब तक वो कपड़ा पहने रहता है ये अल्लाह कि पनाह में रहता है। (तिर्मिज़ी)
हजरत अब्दुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०) फरमाया, जब कोई मुसलमान किसी को कपड़ा पहनाता है, तो जब तक वो कपड़ा पहने रहता है ये अल्लाह कि पनाह में रहता है। (तिर्मिज़ी)