हजरत अनस रज़ी अल्लाहु तआला अन्हों से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०) ने फ़रमाया, कोई शख्स मरता है और उसके चार पड़ोसी उसके भले होने की गवाही देते हैं, तो अल्लाह तआला फरमाता है, मैं ने तुम्हारी शहादत कुबूल करली,और जिन बातों का तुम्हें इल्म न था वो मैं ने माफ़ कर दी। (इब्न हबान)