एक नौजवान बर्तानवी शहरी जिन के भाई शाम जा चुके हैं उन्हों ने जाली ट्वीटर अकाउंट के ज़रीए दौलते इस्लामीया के हामीयों से राबिते में रहने के बाद अपने तजुर्बे की बुनियाद पर बताया है कि दौलते इस्लामीया किसी भी ऐसी वेबसाइट जो आप को वज़न कम करने करने या डिप्रेशन में आप की मदद करने में मदद करती है के ज़रीए आप को अपनी जानिब माइल करती है।
साजिद( बदला हुआ नाम) ने अपने भाई के लापता होने के एक महीने बाद एक जाली ट्वीटर अकाउंट खोला। उन के भाई अरशद के रवैये से कभी ऐसा नहीं लगा कि वो इंतिहापसंदी की जानिब माइल हो रहे हैं, और ना ही कभी ऐसा लगा कि वो शाम की जंग में दिलचस्पी रखता है लेकिन एक दिन वो अचानक ग़ायब हो गए।
वो अपने बिस्तर पर नहीं थे, उन का पासपोर्ट ग़ायब था। उस के स्कूल को उस के बारे में कोई इत्तिला नहीं थी। और उस के लैपटॉप की सर्च हिस्ट्री में दौलते इस्लामीया से मुताल्लिक़ मवाद के लिंक्स मिले।
और एक दिन अरशद ने शाम से साजिद को ये बताने के लिए राबिता किया कि सैंकड़ों दीगर बर्तानवी नौजवानों की तरह उस ने भी दौलते इस्लामीया का जंगजू बनने का फ़ैसला कर लिया है।