शहर के मशरुफ़ चौराहा घंटाघर वाकेय बिहार देही बैंक की भागलपुर शाख से हथियारबंद लुटेरों ने मंगल की शाम साढ़े चार बजे 50 लाख रुपए लूट लिए। सात लुटेरों ने बैंक मुलाज़िमीन को यरगमाल बनाकर लूटपाट की। लूटपाट के वक्त कोई सेक्युर्टी गार्ड नहीं था।
लूट की इत्तिला मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। जोनल आईजी बच्चू सिंह मीणा समेत तमाम पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। डॉग स्क्वायड ने बैंक अहाते की जांच की। वहां से पुलिस ने दो झोलों में रखे बम बरामद किए हैं। पुलिस ने पूरे शहर को सील कर दिया है। हर चौक-चौराहे की नाकेबंदी कर तलाशी ली जा रही है।
कैशियर जयशेखर ने बताया कि बैंक साढ़े तीन बजे सारफीन के लिए बंद होता है। मंगल को गाहकों की तादाद ज्यादा थी, इसलिए साढ़े चार बजे तक बैंक खुला रहा। हमलोग कैश मिलान करने के साथ ही बैंक बंद करने की तैयारी कर रहे थे। अचानक सात लुटेरे घुसे और तमाम मुलाज़िमीन को असलाह का डर दिखाकर कब्जे में ले लिया। मोबाइल छीनकर बाथरूम में फेंक दिया। मारपीट भी की। इसके बाद सारे स्टाफ को पहले बाथरूम में, फिर स्ट्रांगरूम में बंद कर दिया। मैंने मुखालिफत किया तो असलाह के बट से मारकर जख्मी कर दिया। कैश काउंटर से मुजरिमों ने बीस लाख रुपए लूटे। उसके बाद वे लॉकर की चाबी मांगने लगे। तकरीबन 20 मिनट तक लूटपाट करने के बाद बदमाश आराम से फरार हो गए। वे सीसीटीवी रिकॉर्डर और सर्वर यूनिट भी ले गए।
बैंक मुलाज़िम रेखा ने बताया कि हमलोगों ने काफी देर तक दरवाजा पीटा तब मकान मालिक संतोष कुमार झुनझुनवाला आए। उन्हें बैंक में लूट की बात बताई तब दरवाजे को तोड़ा गया। इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। इत्तिला मिलते ही एसएसपी मौके पर पहुंचे और पूरे वाकिया की जानकारी ली।