आर एस एस सरबराह मोहन भागवत ने, मुआशरे से सोमनाथ(गुजरात ) की तरह अजीमुशशान राम मंदिर की तामीर के लिए तैयार रहने को कहा ,उनकी इस बात से इनकार करते हुए बिहार के वज़ीर आला नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी अपने सियासी मक़सद के लिए इस “मुद्दे को बनाये रखना” चाहती है |
गुज़िश्ता रोज़ भागवत ने कोलकाता में कहा था कि, वो ये उम्मीद करते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर उनकी
ज़िन्दगी में ही तामीर किया जायेगा आर एस एस ने इस मामले पर भागवत के हवाले से ट्वीट की सिलसिला शुरू किया |
एक ट्वीट में भागवत ने याद दिलाया की सोमनाथ मंदिर उस वक़्त के वज़ीर दाख़िला सरदार पटेल की “कोशिशों” की वजह से दोबारा तामीर किया गया था और उसकी संग-ए-बुन्याद उस वक़्त के सदर-ए-जम्हूरिया ने राखी थी |
आर एस एस के सरबराह ने कहा “भारत तहज़ीबी और मज़हबी ऐतबार से मालामाल मुल्क है ,राम हमारे लिए एक मिसाल हैं जिनको हम ईश्वर और एक अज़ीम शख्स के तौर पर मानते हैं……..मुआशरे को राम और शरद कोठारी से सबक़ हासिल करते हुए सोमनाथ की तरह अजीमुशशान राम मंदिर की तामीर के लिए तैयार रहना चाहिए” |
राम और शरद कोठारी 1990 में कारसेवकों पर हुई पुलिस फायरिंग में ह्लाक होने वाले उन आर एस एस कारकुनों में से थे जो मुतानाज़अ मंदिर साईट पर मार्च करने की कोशिश कर रहे थे |
उन्होंने कोलकाता में कहा था कि, “वो इस अज़ीम मक़सद को अपनी ज़िन्दगी में अपनी आँखों के सामने पूरा होते हुए देखना चाहता हैं” |
भागवत के बयान पर बीजेपी ने रद्दे अमल का इज़हार करते हुए कहा कि, “इस बात का यकीन रखना चाहिए कि राम मंदिर कुछ वक़्त में तामीर किया जायेगा” |
नीतीश कुमार ने, पटना में बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि, भगवा पार्टी अपनी सियासी मक़सद के लिए राम मंदिर का मुद्दा बनाये रखना चाहती हैं |
कुमार ने रिपोर्ट्स से बात करते हुए कहा कि, “बीजेपी राम मंदिर का मुद्दे को बनाये रखना चाहती है उनके लिए भगवान राम की कोई इज्ज़त नहीं है वे भगवान राम के बारे में इस तरह बर्ताव करते हैं जैसे वो बीजेपी के एक कारकुन हों” |