लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत पर शिया आलिम मौलाना कल्बे जव्वाद ने जश्न मनाया, जबकि सपा कांग्रेस गठबंधन, बसपा सहित अन्य धर्मनिरपेक्ष दलों की हार पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि सपा सरकार के हारने से जनता को अत्याचारी सरकार से मुक्ति मिली है.
और उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्र ने एकजुट हो कर तानाशाह सरकार को सत्ता से बेदखल करने में अहम भूमिका निभाई है.
मिल्लत टाइम्स ने रोज़नामा इनकलाब के हवाले से खबर दी है कि मौलाना कल्बे जव्वाद ने गुरुवार के दिन मुक्ति दिवस मनाया और सेंट्रल बोर्ड ऑफ मानद के बैनर तले एक जुलूस निकाला, उन्होंने कहा कि मैंने कहा था कि सपा को पचास से अधिक सीट नहीं आएगी और वही हुआ.
मौलाना रज़ा हुसैन के हवाले से अख़बार ने लिखा है कि उन्होंने कसम खाई थी कि जब तक अत्याचारी शासन का अंत नहीं होगा वह पगड़ी नहीं पहनेंगे, अब राज्य की जनता को अत्याचारी सरकार से मुक्ति मिल गई है इसलिए पगड़ी पहन रहा हूं।
मौलाना कल्बे जव्वाद के इस बयान की सोशल मीडिया पर जबर्दस्त आलोचना की जा रही है और उन्हें इस्लाम के दुश्मन की ताक़तों का हिस्सा बताया जा रहा है, वरिष्ठ पत्रकार एम वदूद साजिद ने भी अपने फेसबुक पर मौलाना कल्बे जव्वाद के इस बयान की ज़बरदस्त आलोचना की है।