भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रवक्ता बने जेएनयू की कार्यकारी परिषद के सदस्य

दिल्ली: टाइम्स ऑफ़ इंडिया की खबर के मुताबिक श्याम बिहारी लाल, भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रवक्ता और महात्मा ज्योतिबा फुले (एमजेपी) रोहिलखंड विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास और संस्कृति विभाग के प्रमुख को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के कार्यकारी परिषद (ईसी) का सदस्य बना दिया गया है। इस सदस्यता का कार्यकाल तीन साल के लिए है । लाल, जिन्हें इस साल मार्च में जेएनयू अदालत सदस्य के रूप में नामित किया गया था, वे 2007 और 2012 में फरीदपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर यूपी विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन दोनों बार ही जीतने में असफल रहे।

जेएनयू की कार्यकारी परिषद में कुल 22 सदस्य होते हैं और इनमें से तीन की सीटें खाली थी। इन तीन सदस्यों को मनोनीत करने के लिए विश्वविद्यालय के विजिटर, भारत के राष्ट्रपति, अधिकृत हैं। इन सीटों पर सदस्य वही व्यक्ति बन सकता है जो विश्वविद्यालय या विश्वविद्यालय द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी संस्था का कर्मचारियों न हो। लाल को इसी श्रेणी के अंतर्गत कार्यकारी परिषद के एक सदस्य के रूप में चयनित किया गया है। जेएनयू के रजिस्ट्रार और कार्यकारी परिषद के सचिव, प्रमोद कुमार ने, 25 अक्टूबर को लाल के लिए जारी किए गए एक पत्र में उन्हें 22 नवंबर को ईसी की 266वीं बैठक में भाग लेने के लिए कहा।

49 वर्षीय लाल ने प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के कार्यकारी परिषद के सदस्य बनने पर खुशी जाहिर करते हुए टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, “उनका उद्देश्य जेएनयू को एक बेहतरीन संस्थान के रूप में बनाने पर काम करना है। यहाँ हर स्टाफ सदस्य और छात्र के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, लेकिन ऐसी टिप्पणीयां या नारे जो राष्ट्र विरोधी हैं और देश को कमजोर कर सकते हैं वे प्रोत्साहित नहीं किये जायेंगे। ” उन्होंने दावा किया कि उन्हें अपने अकादमिक रिकॉर्ड के आधार पर इस पद पर नियुक्त किया गया है न कि उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि के कारण।

लापता जेएनयू छात्र, नजीब अहमद के बारे में पूछे जाने पर, लाल ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हालांकि, उन्होंने कहा कि पुलिस को जल्द ही छात्र का पता लगाना चाहिए। लाल को इस साल मार्च में विश्वविद्यालय के विजिटर ने विश्वविद्यालय के कोर्ट का सदस्य मनोनीत किया गया था। विश्वविद्यालय के विजिटर, कोर्ट के पांच सदस्यों को मनोनीत कर सकते हैं। जेएनयू कोर्ट में कुल 170 सदस्यों हैं, इनमें से 10 संसद के  प्रतिनिधि होते हैं, छह सदस्यों को लोकसभा के अध्यक्ष द्वारा और चार को राज्य सभा के सभापति द्वारा नामांकित किए जाने का प्रावधान है। इनमें मीनाक्षी लेखी, उदित राज और चिंतामणि मालवीय भी शामिल है।

लाल ने सन 2000 में एक लेक्चरर के रूप में एमजेपी रोहिलखंड विश्वविद्यालय से जुड़े। इससे पहले लाल ओबरा, सोनभद्र जिले के राजकीय डिग्री कॉलेज में पढ़ाते थे। लाल ने 2006 में भाजपा की सदस्यता ली थी, इससे पहले वे 1987 से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के साथ जुड़े थे।