पटना : जदयू मगरीबी बंगाल और असम के एसेम्बली इन्तिखाब में फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। दोनों रियासतों में कांग्रेस और वाम दलों दीगर भाजपा मुखालिफत पार्टियों से नजदीकी की वजह से वज़ीरे आला नीतीश कुमार चुनाव प्रचार से खुद को अलग रखेंगे। हालांकि, वे केरल में चुनाव प्रचार के लिए जरूर जाएंगे। मगरीबी बंगाल और असम में जदयू और राजद मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। बंगाल में सीपीए ने जदयू और राजद के लिए दो-दो सीटें छोड़ी हैं। वहां जदयू के रियासती सदर अमिताभ घोष हावड़ा सेंट्रल सीट और इस्लामपुर से डॉ. अरशद चुनाव मैदान में हैं। डॉ. अरशद से पीर को नोमिनेशन दाखिल कर दिया। इन पर कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार नहीं दिए हैं। वज़ीरे आला की वहां पर वामदलों और तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी से नजदीकी है। बिहार में राजद और कांग्रेस के गठजोड़ से सरकार चल रही है।
लिहाजा, वज़ीरे आला करीबी दलों को नुकसान पहुंचाने से परहेज कर रहे हैं। असम में जदयू 8 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है, जबकि केरल में सात सीटों पर उम्मीदवार उतारा जाएगा। इन रियासतों में जदयू सदर शरद यादव और प्रधान महासचिव केसी त्यागी समेत किशनगंज और पूर्णिया के लीडर प्रचार के लिए जाएंगे। शरद 31 मार्च को गुवाहाटी से प्रचार मुहीम की शुरुआत करेंगे।