मुंबई: महाराष्ट्र में चुनाव अकेले लड़ने का फैसला करने के बाद शिवसेना ने आज भाजपा पर करारा हमला छेड़ते हुए कहा कि उसे ऐसा लगता है कि उन्होंने हिंदुत्व और महाराष्ट्र के हितों की खातिर भगवा पार्टी के साथ गठबंधन में 25 साल बर्बाद कर दिये। शिवसेना ने यह आरोप भी लगाया कि अपने धर्मनिरपेक्ष खासयतों सुविधा गैर विनम्र प्रयास कर रही है और कहा कि वह अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए छत्रपति शिवाजी और लोक मान्यता तिलक को देशद्रोही करार देने से तक परहेज नहीं करेगी।
पार्टी प्रवक्ता ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया कि शिवसेना को पिछले 25 साल बर्बाद होने का अहसास हो रहा है जिसमें पार्टी ने हिंदुत्व और राज्य की भलाई की खातिर राजनीतिक गठबंधन बनाए रखा। लेकिन ऐसा लगता है कि यह लंबा समय बर्बाद हो गया। जो 25 साल पहले हो सकता था आज हो रहा है। राज्य को अब 25 साल में पहली बार एहसास होगा क्योंकि हिंदुत्व के बंधन आखिरकार निकाल दिया गया है। भाजपा के साथ गठबंधन 2014 के विधानसभा चुनाव में ही खत्म हो गया था जो कुछ शेष रहा वह हिंदुत्व और महाराष्ट्र के लिए रिश्ता था भाजपा ने अपने नापाक इरादों के ज़रिए उसे भी खत्म कर दिया है।