भाजपा को काबू में करने की मुहिम बनाएगा संघ

आज से संघ की बड़ी बैठक नागपुर में शुरु होने जा रही है. जिसमें बीजेपी को अपने काबू में करने के लिए नई हिकमत अमली पर गौर कर सकता है. तीन दिन तक चलने वाली संघ की इस बैठक में ये फैसला हो सकता है कि बीजेपी पर नज़र रखने के लिए भैयाजी जोशी को दिल्ली भेजा जाए. भैयाजी जोशी संघ में मोहन भागवत के बाद दूसरे पोजीशन पर हैं. तीन दिन चलने वाली आरएसएस की इस बैठक में बीजेपी सदर अमित शाह तीनों दिन नागपुर में मौजूद रहेंगे.

होली के दिन अमित शाह ने नागपुर में संघ के सरबराह से बातचीत की थी. वो करीब दस घंटे उनके साथ रहे थे. माना जा रहा कि इस बैठक में उन मुद्दों पर बहस हुई थी, जो संघ की मीटिंग में उठाए जा सकते हैं.

संघ की इस इजलासमें क़ौमपरस्ती का मुद्दा, कश्मीर के हाल के हालात और सियासी हलचल, मीट एक्सपोर्ट का मसला उठ सकता है. साथ ही Land Acquisition Bill , जिस पर हुकूमत को संघ के साथी तंज़ीमों और एनडीए की इत्तेहादी जमातों का भी एहतिजाज झेलना पड़ा है, उस पर भी बात हो सकती है. संघ की इस बैठक में दिल्ली के इंतेखाबात में लगे बड़े झटके पर भी बात होनी तय है. साथ ही वो रियासत जहां इंतेखाबात ( इलेक्शन) होने वाले हैं, खासकर बिहार और मगरिबी बंगाल, इनको लेकर भी संघ अपनी हिकमत अमली तय करेगा.

संघ अगर बीजेपी पर कंट्रोल करने के लिए हिकमत अमली बनाने का गौर कर सकता है तो इसकी एक झलक भी आज नजर आ गई है. संघ के इजलास से पहले आपको एक और बड़ी खबर बताते हैं. आरएसएस अपनी बैठक में ऐसी तजवीज़ / पेशकश लाने जा रहा है, जिसमें मांग होगी कि इब्तिदाई तालीम मुकामी ज़ुबान में होनी चाहिए ना कि अंग्रेजी.