साबिक़ वजीरे आला नीतीश कुमार ने राजद से दोस्ती के सवाल पर कहा कि भाजपा को रोकने के लिए वे किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। भाजपा के ‘धंधे’ और नफरत की सियासत के खिलाफ अब तौसिह सियासत गोलबंदी का ऑप्शन खुल गया है। राजद ने खुल कर जदयू का साथ दे दिया तो भाजपा बौखला गई, वरना वे लोग तो ‘अंडर हैंड’ डील की कोशिश में लगे थे। बिहार में राज्यसभा के जमनी इंतिख़ाब से भाजपा के हार की शुरुआत हो गई है, अब हम भाजपा को पूरे मुल्क में हराएंगे। भाजपा का सफाया करना ही मेरा एक वाहिद टार्गेट है। भाजपा का ‘थऊआ-थऊआ’ उड़ा देंगे। नीतीश ने राज्यसभा इंतिखाब में क्रास वोटिंग की तहक़ीक़ात कराने की जरूरत भी जताई।
इक्तिदार का घमंड नहीं करे भाजपा
नीतीश ने कहा, लालू प्रसाद ने सही फैसला किया। भाजपा के लोग ऐसा सुलूक कर रहे हैं जैसे मुल्क में पहली बार लोकसभा का इंतिख़ाब हुआ है। भाजपा को समझ लेना चाहिए कि उसे अवामी रुझान नहीं मिला है। उसे महज़ 31 फीसद वोट हासिल हुए। इसलिए इक्तिदार में आकर घमंड नहीं करना चाहिए।
सुशील मोदी ने जिस तरह गवर्नर पर हमला बोल दिया है, वह शर्मनाक है। हमने लालू के कामकाज से मुतमइन होकर उनका साथ छोड़ा था। हम जबतक लालू के साथ थे भाजपा के लीडरों के मुंह से बोली तक नहीं निकलती थी। मैंने लालू को हटाने का अज़म पूरा किया और आठ साल में काम करके दिखा दिया। इसलिए गुजिशता बातों को छोड़ दीजिए। अब हमारा टार्गेट भाजपा की सियासत को नाकामयाब करना है। भाजपा ने मुझे ललकारा है। हम उसे बर्बाद करके ही रहेंगे।
पुराना जनता दल एक हुआ
पुराना जनता दल एक हुआ है। लालू प्रसाद ने हमारे दोनों उम्मीदवारों को हिमायत करके जदयू को जीत दिलाई। अंत भला तो सब भला। इंतिख़ाब में क्रास वोटिंग पर रियासती सदर ने रिपोर्ट मांगी है। उसकी जायजा करने के बाद बागियों पर कार्रवाई होगी।
शरद यादव, क़ौमी सदर, जदयू