भाजपा को हराने के लिए हम फेडरल फ्रंट बनाना चाहते हैं, लेकिन राहुल गांधी का नेतृत्व हमें स्वीकार नहीं : ममता बनर्जी

कोलकाता : ममता बनर्जी ने कहा, ”भाजपा सरकार को हराने के लिए हम फेडरल फ्रंट बनाना चाहते हैं. लेकिन कांग्रेस के आगे नतमस्तक नहीं होंगे. फेडरल फ्रंट में सभी पार्टियों का एक समान महत्व होगा, किसी भी पार्टी को ज्यादा तवज्जो नहीं दिया जायेगा.” ममता बनर्जी ने ये बात एक निजी समाचार चैनल की ओर से आयोजित लाइव टॉक शो में भाग ले रही थीं. मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि यह देश किसी की जमींदारी नहीं है और वह किसी की जमींदारी काे नहीं मानतीं. कांग्रेस द्वारा सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ लाये गये महाभियाेग के संबंध में बनर्जी ने कहा कि प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग का नोटिस लाना कांग्रेस की सबसे बड़ी गलती है. न्यायिक व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाना गलत है. अदालत कभी आपके पक्ष में और कभी विपक्ष के हक में फैसला सुनाती है. इसका मतलब यह नहीं कि आप न्यायिक व्यवस्था पर ही सवाल उठाने लगें.

साथ ही उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने महाभियोग प्रस्ताव के लिए दिए गए नोटिस का समर्थन नहीं किया था. एक न्यूज चैनल से बात करते हुए ममता ने कहा, ‘कांग्रेस द्वारा प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग का नोटिस देना गलत था. कांग्रेस हमारा समर्थन चाहती थी लेकिन हमने ऐसा नहीं किया.’

ममता बनर्जी के मुताबिक, ‘मैंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी से महाभियोग नोटिस ना देने को कहा था.’ ममता ने कहा कि उनकी पार्टी न्यायपालिका में हस्तक्षेप नहीं चाहती है. गौरतलब है कि कांग्रेस के नेतृत्व में सात विपक्षी दलों ने विभिन्न आरोपों को लेकर प्रधान न्यायाधीश पर महाभियोग चलाने के लिए उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू के पास भेजा था, जिसे उन्होंने पर्याप्त आधार ना होने की बात कहकर नामंजूर कर दिया था.