भाजपा-जदयू में थोड़ा-बहुत इख्तेलाफ़ : गहलोत

पटना 26 मई : एमपी और भाजपा के कौमी जनरल वजीर थावर चंद गहलोत ने कहा कि भाजपा-जदयू के बीच थोड़ा-बहुत इख्तेलाफ़ है, जो वक़्त आने पर ठीक हो जायेगा। सनीचर को पार्टी हेड क्वार्टर में सहाफियों से बातचीत में उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी हमारे सबसे ज्यादा मकबूल कायदीन हैं। किसे वज़ीरे आज़म बनाया जाये, इसका फैसला इन्तेखाबी अमल शुरू होने पर पर्लियामानी पार्टी की बैठक में होगा।

राजा को जेल, तो मनमोहन को क्यों नहीं

गहलोत ने कहा, यूपीए के कायदीन हम पर पार्लियामेंट न चलने देने का झूठा इलज़ाम लगा रहे हैं। सच तो यह है कि एक्तेदार पार्टी सही बात सुनने को तैयार ही नहीं था। कई वजीर घोटालों में फंसे थे। जिस मामले में ए राजा जेल गये, उसी में वज़ीरे आज़म मनमोहन सिंह भी मुलजिम हैं, लेकिन आज तक अपने ओहदे पर बने हैं।

कोल ब्लॉक घोटाले में भी पीएम मुजरिम हैं। मुश्तरका पर्लियामानी कमेटी ने भी दोनों मामलों की मालूमात में सही किरदार नहीं निभायी। कॉमन वेल्थ गेम्स घोटाले में सुरेश कलमाडी को जेल हो गया, लेकिन बराबर की मुजरिम शीला दीक्षित अब भी वज़ीरे आला ओहदे पर हैं। उन्होंने इस इलज़ाम को सरासर गलत बताया कि मुख्तलिफ ने गजाई तहफ्फुज़ बिल पास न होने दिया। उन्होंने कहा, हम तो कुछ तरमीम के साथ बिल पास कराने के हक़ में थे।

हुकूमत ने अमेरिकी दबाव में न्यूक्लियर व एफडीआइ बिल पास करा लिया था, लेकिन प्रोमोशन में तह्फुजात बिल पास नहीं कराया. उन्होंने कहा, वाजपेयी हुकूमत में मुल्क की तरक्की शरह 8. 5 फिसद थी, आज वह सात पर पहुंच गयी है।

एनडीए एक्तेदार रियासतों की तरक्की शरह को घटा दिया जाये, तो यूपीए हुकूमत के दावे पिट जायेगी। इन्तेखाबात करीब आते देख यूपीए हुकूमत अवाम को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। भाजपा 27 मई से दो जून तक मुल्क भर में जेल भरो तहरीक करने का फैसला लिया है।

सहाफी कांफ्रेंस में सूबे के सदर मंगल पांडेय, जनरल सेक्रेटरी प्रो सूरज नंदन मेहता, सुधीर शर्मा, विनोद नारायण झा, राम कि शोर सिंह, विजय सिन्हा, संजय मयूख वगैरह भी मौजूद थे।