भाजपा नेता ने आपत्तिजनक ट्वीट करने पर शहला रशीद को भेजा कानूनी नोटिस, मांगा 1 रूपये का हर्जाना

जेएनयू की छात्रनेता शहला रशीद को भाजपा नेता पर ट्वीट करना भारी पड़ गया है। उनके ट्वीट को ‘अपमानजनक’ मानते हुए भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने उनसे लिखित माफी मांगने के लिए कानूनी नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा है कि अगर वे उनसे माफी नहीं मांगती हैं तो वे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर बाध्य होंगे। बग्गा ने शहला रशीद से एक रुपये के हर्जाने की भी मांग की है।

दरअसल, शहला रशीद ने गत 25 अक्तूबर को अपने ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट करते हुए यह कहा था कि एक महिला ने भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा पर ‘शारीरिक उत्पीड़न’ का केस चलाया था। मीटू के पक्ष में चल रही चर्चा के दौरान उन्होंने महिला के पक्ष में मुहिम बनाने की कोशिश भी की थी।

भाजपा नेता तजिंदर पाल  सिंह बग्गा ने अमर उजाला से कहा कि उन पर कभी कोई शारीरिक उत्पीड़न का केस नहीं चलाया गया है। उक्त महिला ने उन पर एससीएसटी एक्ट के तहत जुलाई 2016 में एक केस दाखिल किया था। लेकिन कर्नाटक हाईकोर्ट ने मामले को पूरी तरह निराधार पाया और मामले को खारिज कर दिया था। ऐसे में शहला रशीद का यह कहना पूरी तरह से गलत है कि उनके ऊपर कभी कोई शारीरिक उत्पीड़न का केस चला था। दूसरी बात, जिस केस को उच्च न्यायालय ने चलाने योग्य सही नहीं पाया और उसे खारिज कर दिया, आज उसके नाम पर उनके खिलाफ टिप्पणी कैसे की जा सकती है।

तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने कहा कि उन्होंने प्रतीकात्मक रुप से शहला रशीद से सिर्फ एक रुपये के हर्जाने की मांग की है। इसके पीछे कारण यह है कि वे छात्रा हैं और अभी अध्ययनरत हैं। वे स्वयं ही भारत की जनता की गाढ़ी कमाई के टैक्स पर पढ़ाई कर रही हैं। ऐसे में ज्यादा मानहानि की राशि वे चुका नहीं सकतीं, इसलिए उन्होंने उनसे सिर्फ एक रुपये हर्जाने की मांग की है।