विवादास्पद फिल्म निर्माता कमालुद्दीन मुहम्मद जिन्हें कमाल नाम से भी जाना जाता है, उनपर केरला भाजपा ने कथित रूप से राष्ट्रीयगान के अपमान का आरोप लगाया है और उनसे जल्द से जल्द देश छोड़ने के लिए कहा है। फिल्म निर्माता और लेखक कमाल जो मलयालम फिल्म उद्योग में अपने काम के लिए मशहूर हैं, उन्हें दक्षिणपंथी प्रदर्शनकारी निशाना बना रहे हैं और ऐसा लगता है कि प्रदर्शनकारियों का यह क्रोध अभी और बढेगा।
कमालुद्दीन फिलहाल कवयित्री कमला दास की ज़िन्दगी पर एक द्विभाषी फिल्म पर काम कर रहे थे जिसमें बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालान मुख्य भूमीका में थी। हालाँकि, विद्या बालान ने अब खुद को इस प्रोजेक्ट से अलग कर लिया है। फिल्म का नाम ‘आमी’ रखा गया था लेकिन अब ऐसा इन विवादों के बाद ऐसा लगता है कि इस फिल्म को थिएटर में पहुँचने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
कमाल चर्चा में उस वक़्त आये जब उन्होंने केरला इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के दौरान केरला पुलिस के थिएटर में घुसने की आलोचना की थी। उस वक़्त पुलिस ने थिएटर में घुस कर उन लोगों को गिरफ्तार किया था जो राष्ट्रिय गान के दौरान के खड़े नहीं हुए थे। जब कमाल ने पुलिस के इस कदम की आलोचना की, तब भाजपा के स्थानीय सदस्यों ने कोदुनगल्लुर स्थित उनके निवास के बाहर इकठ्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया था।
कवयित्री कमला दास खुद भी एक विवादास्पद चेहरा रही हैं उन्होंने अपनी ज़िन्दगी के अंतिम पड़ाव पर इस्लाम धर्म क़ुबूल किया था। हालाँकि सूत्रों के मुताबिक विद्या बालान के इस फिल्म से अलग होने के पीछे कोई राजनीतिक वजह नहीं है। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक अभिनेत्री इस किरदार को ओं स्क्रीन निभाने के लिए अभी तैयार नहीं थी और उन्हें इसके लिए तैयार होने के लिए अभी कुछ और वक़्त चाहिए था।