भाजपा मुफ्ती सरकार से अलग हो जाएगी : अमित शाह

अहमदाबाद: मुफ्ती मोहम्मद सईद की हुकूमत की तरफ से अलहैदगीपसंदो के तईन “नरम” रवैया अपनाने की वजह से उठे तनाजो के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के क़ौमी सदर अमित शाह ने कहा कि उनकी पार्टी क़ौमी मुद्दों पर कोई समझौता नहीं करेगी और अगर कश्मीर मुद्दे का कोई हल नहीं निकला तो हम जम्मू कश्मीर की हुकूमत से हट जाएंगे।

अपने विधानसभा हल्के नरनपुरा में भाजपा कारकुनो से खिताब करते हुए शाह ने कहा कि मुल्क के लोगों ने हमें भगवान शिव की तरह दुआ देकर हमें एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है। जम्मू कश्मीर में सिर्फ इक्तेदार में रहने के लिए हम क़ौमी मुद्दों से कोई समझौता नहीं करेंगे।

उन्होंने कहा, रियासत में हुकूमत की तश्कील इसलिए की गयी है ताकि कश्मीर मुद्दे का हल निकाला जा सके और मुझे पूरा यकीन है कि हम इसका हल निकालने में कामयाब रहेंगे। अगर इसका कोई हल नहीं निकला तो पार्टी कारकुनो को इत्तेहाद वाली हुकूमत से हटने से कोई नहीं रोक सकता।

शाह ने आगे कहा कि पार्टी कारकुनो को लोगों के बीच जाकर यह पैगाम देना चाहिए की हम क़ौमी मुद्दों पर कोई समझौता नहीं करेंगे। हालांकि, भाजपा के तरजुमान हर्षद पटेल ने गुजरात में कहा कि सदर ने महज यह कहा कि क़ौमी मुद्दे हमारे लिए अहम हैं, लेकिन उन्होंने जम्मू कश्मीर में इत्तेहाद से हटने को लेकर कोई बात नहीं की।

पटेल ने कहा कि शाह ने महज यह कहा कि क़ौमी मुद्दे हमारे लिए अहम हैं और भाजपा जम्मू कश्मीर की ज़मीन से किसी भी मुल्क के मुखालिफ की सरगर्मियों को सिर उठाने का मौका नहीं दिया जाएगा।

रियासत में पीडीपी के साथ मिलकर इतेहाद वाली हुकूमत बनाने के बाद से ही भाजपा अपोजिशन पार्टियों के निशाने पर है। अलहैदगीपसंद लीडर मसर्रत आलम को सईद की हुकूमत की तरफ से छोड़ जाने के बाद भाजपा की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।

असलम की रिहाई के बाद उठे तनाज़ा के बीच पीएम नरेंद्र मोदी को दखल देना पड़ा और उन्होंने लोकसभा में कहा कि असलम की रिहाई मंजूर नहीं है और मरकज़ी हुकूमत क़ौम की सेक्युरिटी से कोई समझौता नहीं करेगी।