भाजपा में भी घमासान : प्रेम कुमार ने कहा- मैं भी वजीरे आला ओहदे का दावेदार

भाजपा में वजीरे आल ओहदे की उम्मीदवारी को लेकर घमासान मच गया है। पार्टी के सीनियर लीडर और साबिक वज़ीर डॉ. प्रेम कुमार ने भी अपना दावा ठोक दिया है। मंगल को एसेम्बली में सहाफ़ियों से प्रेम कुमार ने कहा-मैं गुजिशता 40 सालों से पार्टी की खिदमत कर रहा हूं। पार्टी ने यह जिम्मेवारी सौंपी तो यक़ीनी तौर से निभाउंगा।

मैं इस किरदार के लिए तैयार हूं। प्रेम कुमार की दावेदारी के साथ ही अब भाजपा में सीएम ओहदे के कई उम्मीदवार हो गए हैं। अब तक सुशील कुमार मोदी को इस ओहदे के लिए वाहिद उम्मीदवार माना जा रहा था। लेकिन, अब तो पार्टी के अंदर कई आवाज उठने लगे हैं। कोई खुद बोल रहा है तो कुछ के हक़ में दूसरे लोग आवाज उठा रहे हैं।

इस लिस्ट में दूसरा अहम नाम नंदकिशोर यादव का है। वे एसेम्बली में ओपोजीशन के लीडर हैं और पार्टी के काफी पुराने लीडर हैं। बताया जाता है कि उन्होंने भी कभी चाय बेचकर अपना गुजारा किया है। ऐसे में पार्टी के अंदर कई लोग उनके हक़ में मुहिम चला रहे हैं।

यही नहीं, साबिक़ वज़ीर गिरिराज सिंह तो सैयद शाहनवाज हुसैन को इस ओहदे के काबिल बता चुके हैं। अब इस फेहरिश्त में नया नाम प्रेम कुमार का है। वे नीतीश हुकूमत में सड़क तामीर, पीएचईडी और शहर तरक़्क़ी वज़ीर रह चुके हैं। वे पार्टी के इंतेहाई पसमानदा चेहरा भी हैं।

गया एसेम्बली हल्के का कई बार नुमायंदगी कर चुके हैं। गुजिशता दिनों भाजपा वर्किंग कमेटी में मरकज़ी वज़ीर राधामोहन सिंह ने सुशील मोदी को बिहार का लीडर बताकर सीएम की कुर्सी पर उनकी दावेदारी पेश कर दी थी।

हालांकि बाद में रियासती सदर मंगल पांडेय ने वाजेह कर दिया कि वजीरे आला ओहदे का फैसला मरकज़ी कमेटी करेगी। नंदकिशोर यादव ने भी कहा था कि पार्लियामानी बोर्ड ही सीएम ओहदे के उम्मीदवार का नाम तय करेगा।