भाजपा लीडर विशेश्वर ओझा के क़त्ल मामले में हरेंद्र सिंह गिरफ्तार

आरा : भाजपा के रियासती नायब सदर विशेश्वर ओझा की मुजरिमों ने जुमे की देर शाम सोनवर्षा बाजार के पास स्टेनगन से गोली मार कर क़त्ल कर दी। छह की तादाद में रहे हमलावरों ने विशेश्वर ओझा पर दर्जनों राउंड गोलियां चलायीं, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गयी। ओझा की क़त्ल के मामले में पुलिस पे हरेंद्र सिंह उर्फ भुवा सिंह को गिरफ्तार किया है।

वाकिया को अंजाम देने के बाद हमलावर असलाह लहराते हुए भाग निकले। ओझा ने शाहपुर से 2015 का एसेम्बली इन्तिखाब लड़ा था। हमले में भाजपा लीडर के ड्राइवर समेत दो दीगर लोगों को भी गोली लगी है, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
इत्तिला मिलते ही एसपी नवीन चंद्र झा मौके पर पहुंचे। वाकिया के बाद इलाके की घेराबंदी कर हमलावरों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी देर रात तक होते रही। जाएहादसा स्टेनगन के खाली कारतूस मिले हैं। वाकिया के बाद इलाके में कशीदगी का माहौल है। इसे देखते हुए इलाके में बड़ी तादाद में पुलिस फ़ोर्स की तैनाती कर दी गयी है।

जानकारी के मुताबिक विशेश्वर ओझा अपनी सफारी गाड़ी से किसी प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिए वरीसवन गांव जा रहे थे। गाड़ी में उनके अलावा पांच और लोग थे। इसी दौरान पहले से सोनवर्षा बाजार के पास घात लगाये बैठे हमलावरों ने एक साथ फायरिंग शुरू दी।

हमलावरों ने स्टेनगन की पूरी गोली भाजपा नेता के सीने में उतार दी। आनन-फानन में उन्हें शाहपुर रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मरे हुए का एलान कर दिया। हमले में ड्राइवर राकेश ओझा व देवकुली के मुखिया कमलदेव ओझा भी गोली लगने से जख्मी हुए हैं। गाड़ी में मौजूद एक दीगर मंटू ओझा के बयान पर नामालूम के खिलाफ FIR दर्ज की गयी है।

वाकिया की इत्तिला मिलते ही पटना से लेकर शाहपुर तक हड़कंप मच गया। देखते-ही-देखते शाहपुर का पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। वह मुजरिमाना शोबीया के सख्श थे। उन पर दर्जनों मामले दर्ज हैं। उनकी क़त्ल इज्तेमाई दुश्मनी की वजह से हुई है।