भाजपा सरकार में खौफ से बाहर निकलेंगे मुसलमान

भाजपा के क़ौमी तर्जुमान व सहाफ़ि एमजे अकबर ने कहा कि मर्कज़ में भाजपा की हुकूमत बनने के बाद अक़लियत खौफ से बाहर निकलेंगे। वे तरक़्क़ी से जुड़ेंगे। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है कि वे अक़लियतों के एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में कंप्यूटर देखना चाहते हैं। केंद्र में भाजपा की हुकूमत बनी, तो अक़लियत तरक़्क़ी की मेन स्ट्रीम से जुड़ेंगे।

उन्होंने कहा कि हिंदू तय करें कि वे गरीबी से लड़ेंगे या मुसलमानों से, वहीं मुसलमानों को तय करना है कि वे खौफ से बाहर निकलेंगे या गुरबत से लड़ेंगे। जब तक दोनों मिल कर नहीं रहेंगे, तब तक मुल्क का तरक़्क़ी मुमकिन नहीं है।

यूपीए के फी नौजवानों में गुस्सा : उन्होंने कहा कि जिन मुद्दों पर इंतिख़ाब शुरू हुआ था, वे आज भी जरूरी हैं। इक़्तेसादी तरक़्क़ी और बेरोजगारी के मोरचे पर आज भी हम सबसे पीछे हैं। यूपीए हुकूमत के 10 सालों को ‘जॉबलेस दशक’ के तौर में याद किया जायेगा। 10 सालों में मुल्क की इक़्तेसादी तरक़्क़ी दर कहां-से-कहां नीचे खिसक कर चली आयी। नौजवानों में आज जबरदस्त गुस्सा है। हर साल कम-से-कम दो करोड़ नौजवानों को नौकरी मिलनी थी, लेकिन 10 सालों में महज़ 1.50 करोड़ को ही मिली। नौजवान वोटर 10 फीसद बढ़े हैं। वे गुस्से में हैं। नरेंद्र मोदी में उन्हें उम्मीद की रोशनी दिख रही है। उन्हें यकीन है कि मोदी की हुकूमत बनी, तो नौजवानों को नौकरी और रोजगार के अवसर जरूर मिलेंगे। मोदी मगरीबी इलाक़े को मशरिकी रियासतों के बराबर खड़ा करना चाहते हैं।

यह पूछे जाने पर कि नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर राम की बहस कर नया तनाज़ा खड़ा कर दिया है, उन्होंने कहा कि मोदी जी ने अपनी सभा में ‘राम राज’ की बात कही। गांधी ने भी राम राज की बात की थी। क्या अच्छे हुकूमत की बात करना भी फिरका वाराना सियासत है? कश्मीर से दफा 370 खत्म करने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि पार्टी ने अपने ऐलान खत में इस मामले पर अपनी राय वाजेह कर दी है। ऐलान में भाजपा ने अक़लियतों को तालीम, नौकरी और उर्दू को प्रोमोट करने की बात कही है। यही नहीं, अक़लियतों के हेरिटेज के तहफ्फुज की बात भी कही गयी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधान पार्षद लालबाबू प्रसाद, प्रो सूरज नंदन कुशवाहा, विधायक विनोद नारायण झा, प्रेमरंजन पटेल और विजय सिन्हा भी मौजूद थे।