भाजपा सांसद उदित राज अपनी ही सरकार से संतुष्ट नहीं, नवंबर में आरक्षण के नाम पर छेड़ेंगे आंदोलन

भाजपा सांसद उदित राज अपनी ही सरकार से संतुष्ट नहीं, नवंबर में आरक्षण के वाल पर छेड़ेंगे आंदोलन

नई दिल्ली। भाजपा सांसद एवं दलित नेता उदित राज अपनी सरकार से संतुष्ट नहीं। उन्हांेंने दलित उत्पीड़न के सवाल पर कहा है कि सरकार किसी की हो दलितों पर अत्याचार नहीं रूकने वाला। उन्हांेने निजी क्षेत्रों में तथा आरक्षण के आधार पर दलितों की पदोन्नति को लेकर अगले महीने देश के करीब 4100 जिलों में आंदोलन करने का ऐलान किया।
उन्होंने माना, दलितों पर अत्याचार बढ़ा है। चाहे उना हो या हैदराबाद, ऐसी तस्वीरें देश के हर हिस्से की हैं। उन्हांेने कहा कि सरकार किसी की हो दलितों पर अत्याचार कम नहीं हुए हैं। उन्हांेने कहा कि सामाजिक ताना-बाना ऐसा है, दलितों पर अत्याचार कम नहीं होने वाला।
भाजपा सांसद उदित राज अखिल भारतीय परिसंघ की ओर से आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र और पदोन्नति में आरक्षण के लिए कानून बनाना आवश्यक है। इसके लिए राजनीतिक दलों पर दबाव बनाने को वे देश के करीब 410 जिलों में जनजागरण अभियान चलाएंगे, रथ यात्रा निकालेंगे और नुक्कड़ नाटक मंचन कराएंगे। उन्होंने कहा कि अलगे महीने की शुरूआत से आंदोलन छेड़ा जाएगा जो 26 नवंबर तक चलेगा। इसके बाद 28 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में दलितों की एक विशाल जनसभा होगी। जिसमें सरकार से आरक्षण नीति लागू करने की मांग की जाएगी। भाजपा सांसद ने कहा कि आरक्षण के साथ छेड़छाड़ बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
हिंदी पत्रिका ‘आउटलुक‘ के अनुसार, आरक्षण के आर्थिक आधार पर लागू करने के सवाल पर उन्होंने कहा, मैं चाहता हूं कि हर चीज आर्थिक आधार पर तय हो लेकिन हजारों सालों से आर्थिक आधार पर कुछ है ही नहीं। जन्म के आधार पर, जाति के आधिर ही जमीन का मालिक, पुजारी तय होता है और सम्मान मिलता है। ऐसे में जाति के आधार पर आरक्षण की मांग कहीं से गलत नहीं। उदित राज परिसंघ के रोष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।
उन्होंने ठेकेदारी प्रथा बंद करने की भी वकालत की। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के बैकलॉग को विशेष भर्ती अभियान चलाकर पूरा किया जाए। उन्होंने अनुचित जाति के कर्मचारियों को लिपित से क्लास वन, क्लास टू तथा क्लास थ्री में पदेान्नति में आरक्षण देने की भी मांग की।