भाजापा की शिकस्त में भागवत के रिजर्वेशन तब्सिरे का हाथ नही : राकेश सिन्हा

RakeshSinha1109

नई दिल्ली : सूबे बिहार के तमाम पार्टी लीडर की राय से उलट आरएसएस से जुड़े राकेश सिन्हा ने मोहन भागवत के रिजर्वेशन सम्बंधी बयान को बिहार असेंबली चुनाव में हार की वज़ह मानने से इनकार किया .

भाजपा सांसद हुकुम नारायण यादव के मोहन भागवत पे दिए गए बयाँन को गलत बताते हुये सिन्हा ने कहा कि लोग अपनी ज़िम्मेदारी से भाग रहे है और शिकस्त को आरएसएस पे लाद रहे है .
उन्होंने आगे कहा “मोहन भागवत के बयाँन से बिहार इलेक्शन के दौरान किसी तरह से वोटिंग में बदलाव नही हुआ .हुकुम देव नारायण यादव सीनियर लीडर है और वो भी हार के लिये ज़िम्मेदार है . वो पांच बार से सांसद है ,उनको ज़वाब देना चाहिए कि सूबे में उन्होंने पिछडो को भाजपा से जोड़ने का कितना काम किया है ”
उन्होंने दोहराया कि भागवत ने तो बस रिज़र्ववेशन पालिसी की अक़ली-तनक़ीद की थी ताकि पिछड़ो के उस तबक़े को भी फायदा हो जो अब तक रिज़र्ववेशन से फायदा लेने में नाकामयाब रहा है .
सिन्हा ने भागवत के बयान का बचाव करते हुये कहा ” मोहन भागवत जी ने साफ़ तौर पे कहा था अगर ज़रूरी है, तो रिजर्वेशन 100 वर्षों के लिए भी जारी रखना चाहिए । रिजर्वेशन का विरोध करने का कोई सवाल ही नहीं है SC ,ST और OBC के बीच में गरीब से गरीब व्यक्ति को रिजर्वेशन का फायदा देने का इरादा है ”
उन्होंने कहा ” रिजर्वेशन का विरोध करने का कोई सवाल ही नहीं है , ये तो अज़ीम इत्तेहाद की नौटंकी थी ”
हुकुम देव यादव ने पहले भी रिजर्वेशन की समीक्षा के लिए भागवत के सुझाव को पिछडो और दलितों को नाराज़ करने वाला करार देने के साथ गलत समय में दिया हुआ नज़रिया बताया था .
उन्होंने कहा था कि पार्टी को देखना चाहिए क्यों पिछड़े वोट अज़ीम इत्तेहाद को चले गये . भागवत ने जो कहा इससे दलित और पिछडो को नाराज़ कर दिया
उन्होंने कहा कि मोदी और अमित शाह ने पिछडो और दलितों को सफाई देकर कोशिश की लेकिन वो भी नाकाम रहे .(ANI)