भारतीय इकॉनमी को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने ऐसा बयान दिया है जो कई लोगों को चुभ सकता है। एक तरफ पूरी दुनिया में यह बात कही जाती है कि आलमी इकॉनमी में भारत चमकते सितारे जैसा है पर राजन का इस बारे में कुछ और ही कहना है।
रघुराम राजन ने वाशिंगटन में एक बयान देते हुए कहा कि हमें अभी भी वो मुक़ाम हासिल करना है, जहां पर पहुंच कर हम संतोष जाहिर कर सके। उन्होंने एक कहावत को याद करते हुए कहा कि हमारे यहां एक कहावत है अंधों में काना राजा। हमारी इकॉनमी कुछ वैसी ही है।
वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ और जी-20 देशों के फाइनेंस वज़ीरों और केंद्रीय बैंकों के गर्वनरों की बैठक में हिस्सा लेने वाशिंगटन पहुंचे हैं। रघुराम राजन भारतीय इकॉनमी को लेकर इससे पहले भी ऐसे बयान जारी दे चुके हैं। खुले तौर पर भारतीय इकॉनमी की खामियों को भी गिना चुके हैं।
उन्होंने कहा कि ‘महंगाई दर 11 फीसद से घटकर पांच फीसद से नीचे आ गई है जिससे ब्याज दरों में गिरावट की गुंजाइश बनी है। निसंदेह रूप से, ढांचागत सुधार चल रहे हैं। सरकार नयी दिवाला संहिता लाने की अमल में है। वस्तु व सर्विस टैक्स (जीएसटी) आना है। लेकिन अनेक उत्साहजनक चीजें पहले ही घटित हो रही हैं।’