भारतीय छात्रों के अमेरिका में रहने को ट्रम्प का समर्थन

वाशिंगटन: भारतीय छात्रों जो अमेरिकी शिक्षा संस्थाओं में विद्यार्थी हैं उन्हें देश से बाहर नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि देश को उनके जैसे स्मार्ट लोगों की जरूरत है। रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह चाहते हैं कि आप्रवासियों नीतियों के बारे में स्पष्टीकरण दें।

उन्होंने कहा कि चाहे इसे पसंद करते हों या न करते हों, उनके तनख़ह‌ आदि  लेकिन बड़ी संख्या में लोगों को शिक्षा देंगे जो बेहद स्मार्ट लोग हैं। हमें देश में ऐसे लोगों की जरूरत है। वह फॉक्स न्यूज को इंटरव्यु दे रहे थे। उनसे देश छोड़ने के बारे में विचार पूछे गए थे। उन्होंने कहा कि वे देश को नहीं आ सकते, वह हावर्ड जा सकते हैं, वे अपने दलों में सर्वोच्च स्थान पर हैं और भारतीय हैं।

वह भारत वापस जाएंगे, कंपनियों की स्थापना करेंगे और धन प्राप्त होगा कई लोगों को रोजगार रखेंगे। इसलिए मैं चाहता हूँ कि वे लोग यहां शिक्षा प्राप्त करके अमेरिका में ही यह सब काम करे तो कई लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त हो । डोनाल्ड ट्रम्प आप्रवासियों के सख्त विरोधी माने जाते थे।

खासतौर पर उन्हों ने कहा था कि अगर वह राष्ट्रपति चयन जाएं तो मुस्लिम आप्रवासियों अमेरिका में आगमन पर रोक लगा देंगे। उनके इस मुस्लिम दुश्मन बयान पर काफी हंगामा भी पैदा हुआ था।