धारवाड़ (कर्नाटक ) : भारत में महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए महिला जगदगुरु माते महादेवी ने कहा कि लड़कियों को भड़काऊ कपड़े नहीं पहनने चाहियें और उन्हें रात में बाहर भी नहीं पहनने चाहियें| उन्होंने कहा कि अरब देशों की तरह भारत में भी महिलाओं के लिए ड्रेस कोड लागू किया जाना चाहिए |
महादेवी ने महिलाओं के ख़िलाफ़ बढ़ रहे यौन उत्पीड़न के बढ़ते मामलों पर कहा कि महिलाओं के देर रात बाहर घूमने की वजह से इस तरह के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है | महिलाओं के ख़िलाफ़ बढ़ रहे यौन हिंसा के मामलो के लिए उन्होंने महिलाओं के कपड़ों को जिम्मेदार ठहरा दिया | उन्होंने कहा कि लड़कियों को पश्चिमी परिधान छोड़कर ऐसी ड्रेस पहनना चाहिए, जो उनकी संस्कृति और सभ्यता के मुताबिक हो| उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं के ख़िलाफ़ बढ़ रहे यौन हिंसा के मामलों के लिए महिलाएं खुद भी आंशिक रूप से ज़िम्मेदार हैं |
बंगलुरु में नये साल की पूर्व संध्या पर लड़कियों के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि लड़कियों को नये साल का जश्न मनाने के लिए भड़काऊ कपड़े नहीं पहनने चाहियें | इस तरह का व्यवहार यौन हिंसा करने वालों को बढ़ावा देता है |उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए लड़कियों को खुद को कवर कर के रखना चाहिए | उन्होंने कहा कि लड़कियों के लिए कालेज में भी ड्रेस कोड लागू किया जाना चाहिए |
माते महादेवी कर्नाटक में लिंगायत समुदाय की धर्मगुरु माते महादेवी है। लिंगायत कर्नाटक का सबसे बड़ा जातीय समुदाय है और माते महादेवी समुदाय की एक मात्र महिला ‘जगदगुरु’ हैं। महादेवी उत्तरी कर्नाटक स्थित ‘बासव धर्मपीठ’ की पीठाध्यक्ष हैं|