नई दिल्ली 12 जनवरी: सऊदी अरब ने लगभग 3 दहों में पहली बार भारतीय हज कोटा में 34,500 का असाधारण वृद्धि किया है। एनडीए सरकार ने इस फैसले का स्वागत करते हुए इंतेहाई ख़ुश आइंद इक़दाम क़रार दिया। केंद्रीय मंत्री मुखतार अब्बास नकवी और सऊदी अरब के वज़ीर उमूर हज-ओ-उमरा डॉक्टर सालेह बिन ताहिर बनतन के बीच जेद्दाह में इस संबंध में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
भारत का हज कोटा 1,36,020 से बढ़कर 1,70,520 हो गया है। मिनिस्टर ऑफ स्टेट अल्पसंख्यक उमूर मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि 1988 के बाद यह अब तक का सबसे अधिक वृद्धि है। हज कोटा में किए गए वृद्धि लागू इस साल से होगा।
सऊदी अधिकारियों ने 5 साल पहले हर देश से आने वाले बाहरी हज यात्रियों के कोटा में 20 प्रतिशत की कमी की थी। हरम शरीफ में विस्तारित काम के कारण सुरक्षा पहलुओं को ध्यान में रखते हुए यह कटौती की गई थी। इसलिए वर्ष 2012 में भारतीय हज कोटा 1,70,000 से घटकर 1,36,020 हो गया था। पिछले साल 1,35,903 आज़मीन ने हज अदा किया था।
इनमें 99,903 हज यात्रियों समिति के ज़रीये जेद्दाह पहुंचे और माबकी 36,000 ने निजी ऑपरेटरों के ज़रीये इस पवित्र कर्तव्य अंजाम दिया था। मुख्तार अब्बास नकवी ने टविटर पर किए गए अनुबंध के बारे में ख़ुशी का इज़हार करते हुए कहा कि सऊदी अरब ने भारतीय हज कोटा में लगभग 34,000 की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि डॉ सालेह बिन ताहिर के साथ मुलाकात बेहद उपयोगी रही और हम आज़मीन के इंतेज़ाम,उनकी रिहायश और आमद-ओ-रफ़त के अलावा हिफ़ाज़ती पहलूओं पर तफ़सीली ग़ौर-ओ-ख़ौज़ किया।