नई दिल्ली: भारत में इस्राइल के सफ़ीर डेनियल कार्मोन ने कहा कि भारत और इस्राइल दोनों ही देश स्पोंसर शुदा दशहतगर्द और सरहद पार निस्फ़ फौजी सरगर्मी की चैलंजों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच साझेदारी आज सिर्फ एक ऑप्शन ही नहीं बल्कि लगभग एक जरूरत बन गया है। कार्मोन ने इस्राइल को PM नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ पहल का एक साझेदार बताते हुए कहा कि पहला जोर दहशतगर्द से मुकाबले के लिए दोस्ताना सलाहियत का तरक्क़ी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत – इस्राइल तालुक तीन बुनयादी बुन्याद पर आधारित हैं – साझा कीमत, साझा मफाद और समान चैलेंजस।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले वज़ीरे खारजा सुषमा स्वराज ने इस्राइल दौरे के दौरान तेल अवीव में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात के बाद कहा था कि इस्राइल के साथ तालुकों को भारत अव्वलीन अहमियत देता है। सुषमा ने कहा कि दो तरफ़ा तालुकात के मुकम्मल तरक़्क़ी को भारत अव्वलीन अहमियत देता है। वज़ीर खारजा ने यह भी कहा था कि ‘पिछले दो दशकों के दौरान कई इलाक़े में हमारा दो तरफ़ा तालुक अच्छी तरह विकसित हुआ है