भारत का विकास दर 6.1 फीसदी तक घटना नोटबंदी जैसे फैसले का नतीजा है- चीनी मीडिया

नई दिल्ली। भारत के जीडीपी विकास दर के ताजा आकड़ों पर जहां कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर सवाल उठाए हैं वहीं चीनी मीडिया ने भी इस पर कटाक्ष किया है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि भारत का विकास दर 6.1 फीसदी तक घटना नोटबंदी जैसे सुधार उपायों का नतीजा है, जो कि ‘अपने पैर पर कुल्हाड़ी’ मारने जैसा था।

चीनी मुख्यपत्र के संवाददाता शियाओ शिन ने लिखा है, ‘ऐसा लगता है कि ‘ड्रैगन बनाम हाथी’ की रेस में भारत पिछड़ गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था में अप्रत्याशित गिरावट से चीन एक बार फिर दुनिया की सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था बन गया है।

अखबार ने लिखा कि इस अर्थव्यवस्था को देखकर यह कहा जा सकता है कि भारत सरकार को नवंबर में लिए गए (नोटबंदी जैसे) सख्त उपायों से पहले गंभीरता से विचार करना चाहिए।

पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि वह सही साबित हुए हैं क्योंकि उन्होंने आगाह किया था कि अगर सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, अर्थव्यवस्था में और गिरावट आएगी। कांग्रेस नेता ने नोटबंदी की आलोचना की थी और कहा था कि इससे जीडीपी में गिरावट आएगी।

उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘मैंने कहा था कि नोटबंदी से जीडीपी में 1 से 1.5 प्रतिशत का असर पडेेगा जीवीए 1.3 प्रतिशत नीचे आया।’’ चिदंबरम ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था में जुलाई 2016 से नरमी है। नोटबंदी से समस्या और बढ़ गई।’’

जीडीपी विकास दर में आई इस गिरावट के लिए केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने दुनियाभर में जारी आर्थिक मंदी को जिम्मेदार ठहाराया है। जेटली ने कहा कि देश की जीडीपी ग्रोथ पर वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों का असर पड़ा है और वैश्विक परिदृश्य के मद्देनजर देश की जीडीपी वृद्धि दर बहुत अच्छी है।