नई दिल्ली: ओडिशा की फर्राटा धाविका दुती चंद के अगले महीने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हिस्सा लेने की संभावना है क्योंकि क्वालीफाइंग स्तर हासिल करने में नाकाम रहने के बावजूद एथलेटिक्स महासंघों के अंतरराष्ट्रीय महासंघ (आईएएएफ) ने उन्हें आमंत्रण भेजा है. गौरतलब है कि शुरुआती 11.26 सेकेंड के स्तर को हासिल करने में दुती नाकाम रही थी लेकिन उन्हें आईएएएफ से आमंत्रण मिला है क्योंकि लंदन में चार से 13 अगस्त तक होने वाली इस प्रतियोगिता की महिला 100 मीटर स्पर्धा के लिए 56 खिलाड़ियों का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है.
दुती का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 11.30 सेकेंड रहा जो उन्होंने 15 मई को यहां इंडियन ग्रांप्री के दौरान हासिल किया. भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिले सुमारिवाला ने पीटीआई से कहा, ‘हमें दुती चंद को महिला 100 मीटर दौड़ के लिए कोटा प्रवेश की पेशकश का आईएएएफ का आमंत्रण मिला है. ऐसा इसलिए है क्योंकि स्पर्धा में खिलाड़ियों का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया.’उन्होंने कहा, ‘‘हमें 12 घंटे के भीतर हां या ना में जवाब देने को कहा गया है और हम इसे स्वीकार कर रहे हैं.’
दुतीचंद का नाम हाल ही में उस समय सुर्खियों में आया था जब भुवनेश्वर में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप से सिर्फ एक दिन पहले अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स संघ (आईएएएफ) ने उनके खिलाफ ‘लिंग मामले’ को लेकर फिर खेल पंचाट (कैस) जाने का फैसला किया था. फेडरेशन इस बार अपनी विवादास्पद हाइपरएंड्रोजेनिज्म नीति के समर्थन में और साक्ष्य मुहैया कराएगा.
खेल पंचाट ने 27 जुलाई 2015 को दुती और भारतीय एथलेटिक्स महासंघ तथा अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स संघ (आईएएएफ) के बीच मामले की सुनवाई के दौरान अंतरिम फैसला करते हुए वैश्विक सस्था के हाइपरएंड्रोजेनिज्म नियमों को दो साल के लिए निलंबित कर दिया था. ऐसा इसलिए किया गया था कि आईएएएफ को अतिरिक्त साक्ष्य मुहैया कराने का मौका मिलेगा कि हाइपरएंड्रोजेनिक महिला खिलाड़ी को सामान्य टेस्टोस्टेरोन (पुरुष हारमोन का स्तर) स्तर की खिलाड़ी पर प्रदर्शन के आधार पर कितना फायदा मिलता है. कैस ने दो साल पहले अंतरिम आदेश में दुती की अपील को आंशिक रूप से स्वीकार किया था और उन्हें अंतिम फैसले तक प्रतिस्पर्धा की छूट दी गई थी.