एक विवादास्पद बयान में भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि नोबेल पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा एक “भारत के क्रिस्चियानिज़ेशन(लोगो को इसाई धर्म में परिवर्तन ) की साजिश का एक हिस्सा थी |
शनिवार को उत्तर प्रदेश में एक राम कथा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गोरखपुर के सांसद ने कहा कि टेरेसा भारत का क्रिस्चियानिज़ेशन करने की एक साजिश का हिस्सा थीं । क्रिस्चियानिज़ेशन की घटनाओं ने उत्तर-पूर्व के कुछ हिस्सों, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में अलगाववादी आंदोलनों का नेतृत्व किया था |उन्होंने कहा कि आप सभी पूर्वोत्तर की स्थिति से अनजान हैं आपको वहां की वास्तविक स्थिति देखने के लिए वहां की यात्रा करनी चाहिए |
इससे पहले 2015 में, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने भी मदर टेरेसा के बारे में इसी तरह की एक टिप्पणी में कहा था मदर टेरेसा ने गरीबों की सेवा उन्हें ईसाई धर्म में परिवर्तित करने के उद्देश्य से की थी ।
अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर आदित्यनाथ ने कहा कि कोई भी इसे बनाने से नहीं रोक सकता उन्होंने कहा कि जब वे बाबरी मस्जिद गिराने से कार सेवकों को नहीं रोक सकते हैं तो वो हमें इसका निर्माण करने से कैसे रोक सकते हैं |
कैराना से हिंदुओं के कथित भारी संख्या में पलायन के बारे में उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान छोड़ने के लिए हिन्दुओं को मजबूर किया गया था और उस समय किसी ने “असहिष्णुता” का मुद्दा नहीं उठाया था ।
उन्होंने आरोप लगाया कि, कैराना से हिंदुओं का पलायन उत्तर प्रदेश में विभिन्न सरकारों द्वारा अपनाई गयी छद्म धर्मनिरपेक्षता और तुष्टीकरण की नीतियों का परिणाम है | इसी वजह से कैराना में हिन्दुओं की आबादी जो में 68 फीसदी थी वो 8 फीसदी से भी नीचे आ गयी है |