भारत के पहले मुस्लिम चीफ़ जस्टिस मुहम्मद हिदायतउल्लाह की महान शख्सियत

मुहम्मद हिदायतउल्लाह का जन्म 17 दिसम्बर 1905 को हुआ था और वो भारत के 11वें चीफ जस्टिस बने, आज़ादी के बाद चीफ जस्टिस बनने वाले हिदायतउल्लाह पहले मुसलमान थे. हिदायतउल्लाह बाद में देश के छ्टे उपराष्ट्रपति भी चुने गए.
हिदायतउल्लाह ने 2 बार हिन्दुस्तान के राष्ट्रपति के तौर पर कार्यवाहक की भूमिका निभायी, एक बार जब वो चीफ जस्टिस थे और राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति दोनों ही पद ख़ाली थे और एक बार जब वो उप-राष्ट्रपति थे और राष्ट्रपति ग्यानी जैल सिंह अपना इलाज कराने अमरीका गए थे और राष्ट्रपति का पद ख़ाली हो गया था.
हिदायतउल्लाह का पहला राष्ट्रपति कार्यकाल यूं तो 20 जुलाई,1969 से 24 अगस्त,1969 तक ही था लेकिन इस बीच अमरीका के राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन के भारत दौरे की वजह से अपने आप में ये एक ख़ास एहमियत रखता है.
वो एक मात्र शख्स हैं जो राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति और चीफ जस्टिस तीनों पदों पर रहे हैं.
उन्हें हिंदी, अंग्रेजी,उर्दू,फ़ारसी और फ़्रांसीसी भाषाओं किया ज्ञान था. उन्हें संस्कृत और बंगाली भी अच्छी तरह से आती थी.
उनके सम्मान में सन 2003 में हिदायतउल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बनायी गयी. ये यूनिवर्सिटी उनके अपने शहर रायपुर में बनायी गयी.

18 सितम्बर 1992 को इस महान शख्सियत का इंतिक़ाल हो गया.