इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने आज कहा कि वह भारत के साथ कश्मीर सहित सभी विवादित मुद्दों को आपसी रूप से हल करना चाहते है जबकि उसने कहा कि कोई भी देश एकतरफा रूप में सिंधु नदी के जल संधि समाप्त नहीं कर सकता। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता परिष्कृत ज़करिया ने कहा कि कश्मीर दोनों देशों के बीच मतभेद की वजह है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ग्रहण से अपील की कि वह लम्बे समय से अनसुलझे मुद्दे की एकाग्रता में अपना योगदान करे।
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि भारत के साथ सभी मुद्दों सहित कश्मीर को पारस्परिक रूप से हल कर लिया जाए। प्रेस सम्मेलन के शुरू में अपने प्रारंभिक टिप्पणी में उन्होंने कहा कि हम कश्मीर में भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद करार प्रस्तावों का गंभीर उल्लंघन की निंदा करते हैं।
इन रिपोर्टों के दौरान कि ऊरी आतंकवादी हमले के बाद भारत ने सिंधु नदी के जल संधि संशोधित है उन्होंने कहा कि इस समझौते को एकतरफा तौर पर न बदला जा सकता है और न उसे निलंबित रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोई भी देश इस समझौते को खत्म नहीं कर सकता। पाकिस्तान इस संबंध से उत्पन्न होने वाली स्थिति पर नजर रखे हुए है और वह इस ऐतिहासिक समझौते के किसी भी उल्लंघन पर अपनी रणनीति के अनुसार काम करेगा।
रेडियो पाकिस्तान ने परिष्कृत ज़करिया का यह कहते हुए उद्धृत किया कि हम सिंधु के जल संधि के दायरे में भारत की गतिविधियों की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि इस समझौते में अगर मतभेद पैदा होते हैं तो उन्हें दूर करने का तंत्र मौजूद है और अतीत में कई मौक़े आय है।