फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग ने भारत में होने वाले आगामी चुनावों को अपनी कंपनी के लिए ‘रियल टेस्ट’ की संज्ञा दी है। साथ ही इस विशालकाय सोशल मीडिया कंपनी के लिए ब्राजील और यूरोपीय संघ (ईयू) के चुनावों को भी चुनौतीपूर्ण बताया। हालांकि उन्होंने विश्वास जताया कि फर्जी यूजर्स के खिलाफ बड़े पैमाने पर की गई हालिया कार्रवाई के बाद उनकी कंपनी इन चुनावों में सही आकलन करेगी।
बता दें कि अमेरिका स्थित कंपनी को अपने करीब 8.7 करोड़ उपयोगकर्ताओं का डाटा कैंब्रिज एनालिटिका फर्म को लीक करने के विवाद में घिरा रहना पड़ा है। इस डाटा के कारण कई देशों में चुनावों को प्रभावित किए जाने का आरोप लगाया गया था। साथ ही फेसबुक प्लेटफार्म पर भारी संख्या में फेक न्यूज की भरमार होने के कारण भी उसे विवाद का सामना करना पड़ा था।
भारत सरकार ने भी फेसबुक को डाटा लीक के लिए दो कानूनी नोटिस भेजे थे। इन विवादों के बाद अपनी कंपनी की छवि सुधारने का प्रयास कर रहे जुकरबर्ग ने निवेशकों से कहा कि अगले 18 महीनों में अमेरिका के बाहर ब्राजील, भारत और ईयू में अहम चुनाव हैं और ये फेसबुक की असली परीक्षा साबित होंगे।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ले रहे मदद
जुकरबर्ग ने बताया कि वे झूठे खातों की रोकथाम के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद ले रहे हैं। ये खाते बहुत सारा समस्या पैदा करने वाला कंटेंट पैदा कर रहे हैं। साथ ही बहुत सारे ऐसे पेजों को भी रोक रहे हैं, जो विज्ञापनों के जरिए झूठी खबरें फैला रहे हैं। बता दें कि पूरे विश्व में 2 अरब यूजर्स वाली फेसबुक को भारत में करीब 20 करोड़ लोग इस्तेमाल करते हैं, जिस कारण इस पर छोटी सी खबर भी बहुत बड़ी आबादी तक तेजी से फैल जाती है।