नई दिल्ली : केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को भरोसा है कि भारत जल्द ही विश्व कप में खेलता हुआ नजर आएगा. उन्होने कहा कि हमारी खिलाड़ियों में फिफा वर्ल्ड कप खेलने की क्षमता है. बस जरूरत है मिले मौकों को भुनाने की. उन्होंने कहा भारतीय टीम हाल के समय में अच्छा खेली है और यह दिखाता है कि हमारे खिलाड़ियों के पास विश्वस्तरीय क्षमताएं हैं.
राठौड़ ने यह भी कहा कि भारत में फुटबॉल धीरे-धीरे ही सही पर लोकप्रिय हो रहा है. दर्शक अब खिलाड़ियों को देखने स्टेडियम में जाने लगे हैं. उन्होंने भारत में हुए अंडर-17 फीफा विश्व कप का उदाहरण भी दिया, जहां दर्शक मैच देखने के लिए उमड़ पड़े थे. राठौड़ ने यह भी दावा किया कि फीफा अंडर-17 विश्व कप को आईपीएल के बराबर ही लोगों ने देखा और भारतीय युवा खिलाड़ियों के खेल को सराहा.
At the inter-embassy football tournament organized by @RusEmbIndia with HE Nikolay R Kudashev. Congrats to finalists – @RusEmbIndia, @UNinIndia & @FranceinIndia teams.
A great appetizer for the upcoming @FIFAWorldCup! All the best to all participants! Congrats to hosts @Russia! pic.twitter.com/jAoI9nudew
— Col Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) June 10, 2018
अगामी रूस में होने वाले विश्व कप में वह किस देश का समर्थन करेंगे, यह पूछने पर पूर्व ओलंपिक सिल्वर मेडल विजेता राठौड़ ने कहा कि इस मामले में उनका मन बदलता रहता है. कभी उन्हें ब्राजील के खिलाड़ी पसंद आते हैं, तो कभी अर्जेंटीना के. राठौड़ ने कहा कि हालांकि उनका दिल सिर्फ इंडिया के लिए धड़कता है और वह चाहेंगे कि एक दिन इंडिया जरूर फुटबॉल विश्व कप में खेले.
Post pictures and videos of how you keep yourself fit and send a #FitnessChallenge to your friends on social media. Here's my video 😀and I challenge @iHrithik, @imVkohli & @NSaina to join in🥊 pic.twitter.com/pYhRY1lNEm
— Col Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) May 22, 2018
राठौड़ ने यह भी बताया कि इस बार खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत सिर्फ अंडर-17 के खिलाड़ियों को नहीं बल्कि अंडर-21 के खिलाड़ियों को भी मौका मिलेगा. सरकार इस बार खेलो इंडिया के तहत सिर्फ स्कूलों के स्तर पर ही नहीं बल्कि कॉलेज के स्तर पर भी खिलाड़ियों को मौका देने का प्रयास करेगी. इसलिए अंडर-21 के खिलाड़ियों को भी इसके तहत लाया जाएगा. राठौड़ ने कहा कि यह भारतीय खेलों के लिए बेहतर साबित होगा.