नई दिल्ली। उरी हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में कड़वाहट का असर त्योहारों में भी दिख रहा है। बुराई के प्रतीक रावण को जलाकर मनाया जाने वाला दशहरा में इस बार रावण के बजाय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और हाफिज सईद के पुतले की जलाने की तैयारी चल रही है। दिल्ली के द्वारका में विजय दशमी के उत्सव में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की थीम बनाकर नवाज शरीफ से लेकर हाफिज सईद तक पुतलों को जलाने की तैयारी चल रही है।
कुछ ऐसी ही तैयारी लुधियाना में भी हो रही है जहां आतंकी संगठन जमात-उल-दावा के चीफ हाफिज सईद का भी पुतला बनाया जा रहा है। पंजाब के ही शहर पटियाला में रावण के बजाय पाकिस्तान और आतंकवाद को रावण के रुप में रखा गया है।
वरिष्ठ पत्रकार नीरजा में इस पर कहती है हर राजनैतिक पार्टी पाकिस्तान का सियासी फायदा उठाना चाहती है। विजयदशमी के रावण दहन का आयोजन पार्टी के कार्यकर्ता ही करते हैं,चुंकि यूपी और पंजाब में चुनाव होने वाले है इसलिए नवाज शरीफ और हाफिज सईद का रावण इन राज्यों के शहरों में ज्यादा दिख रहे हैं।
उरी हमलों के बाद भारत के आम लोगों में पाकिस्तान के खिलाफ पूरे देश में गुस्सा है जो इस बार रावण दहन में भी दिख रहा है।