भारत-पाक ने एक-दूसरे के उच्चायोग के अधिकारी को कहा, देश छोड़ दो

नई दिल्ली: भारतीय पुलिस के आईएसआई द्वारा संचालित जासूसी गिरोह का भंडाफोड़ करने के बाद जिसमें पाकिस्तानी उच्चायोग का एक कर्मचारी शामिल था। संबंधों में बढ़ते तनाव के बीच भारत और पाकिस्तान ने नयी दिल्ली और इस्लामाबाद स्थित अपने-अपने उच्चायोग से एक-दूसरे के एक-एक कर्मचारी को अवांछित व्यक्ति घोषित करके उनसे 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने को कहा। भारत स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में वीजा सेक्शन में काम करने वाले महमूद अख्तर को कूटनीतिक छूट हासिल थी,उन पर गंभीर आरोप है कि वह अपने दो साथियों से भारत-पाक सीमा पर तैनात बीएसएफ कर्मियों की तैनाती समेत गंभीर सूचनाएं हासिल कर रहा था। उन्हें दिल्ली में गिरफ्तार किया गया। जासूसी करने वाले 35 वर्षीय अख्तर पाकिस्तानी सेना के बलूच रेजीमेंट से जुड़ा है और वह 2013 से जासूसी एजेंसी आईएसआई में प्रतिनियुक्ति पर था। जांच अधिकारियों ने कहा कि वे पाकिस्तानी उच्चायोग के और लोगों की संभावित संलिप्तता की भी जांच कर रहे हैं।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

जनसत्ता के अनुसार, जासूसी के इलज़ाम में अख्तर और दो अन्य सुभाष जांगीड़ और मौलाना रमजान को दिल्ली चिड़ियाघर से कल सुबह 10 बजे के करीब गिरफ्तार किया गया। अख्तर को तकरीबन तीन घंटे की पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया क्योंकि उसे कूटनीतिक छूट हासिल थी। चौथे व्यक्ति शोएब को राजस्थान पुलिस ने हिरासत में लिया और उसे दिल्ली लाया जा रहा है। शोएब जोधपुर में रहने वाला एक पासपोर्ट और वीजा एजेंट है।भारत ने अख्तर से 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने को कहा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया, ‘‘विदेश सचिव एस जयशंकर ने आज पाक उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया तथा उन्हें सूचित किया कि भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मी को जासूसी की गतिविधियों में पका है तथा उसे अवांछित व्यक्ति घोषित किया जा रहा है।’