मुंबई 17 मार्च: महाराष्ट्रा क़ानूनसाज़ असेंबली से मजलिस इत्तेहाद उलमुस्लिमीन (एमआईएम) के रुकन वारिस पठान को मुअत्तल कर दिया गया जिन्हों ने भारत माता की जय कहने से इनकार कर दिया था जिस पर दुसरे तमाम अरकाने असेंबली ने अपनी जमाती वाबस्तगी से बालातर हो कर उनके ख़िलाफ़ मुत्तहदा क़रारदाद के ज़रीये कार्रवाई की।
वारिस पठान जो जुनूबी मुंबई के हलक़ा बाईकला की नुमाइंदगी करते हैं, बजट सेशन के इख़तेताम तक एवान की कार्यवाईयों में शिरकत नहीं कर सकेंगे। वज़ीर-ए-पार्लीमानी उमूर गर्च बापट ने कहा कि पठान को क़ौमी हीरोज़ के तईं बद एहतेरामी के मुज़ाहिरे और भारत माता की जय कहने से इनकार पर असेंबली से मुअत्तल किया गया है।
ये हंगामा उस वक़्त शुरू हुआ जब मजलिस के औरंगाबाद की नुमाइंदगी करने वाले रुकन इमतियाज़ जलील एवान में गवर्नर की तकरीर पर ख़िताब कर रहे थे। जलील ने कहा कि हुकूमत को चाहीए कि वो अज़ीम शख़्सियात की यादगारों की तामीर पर टैक्स देने वालों की रक़ूमात ख़र्च ना करे जिस पर शिवसेना के एक रुकन ने मुदाख़िलत करते हुए कहा कि जलील के पार्टी लीडर असद ओवैसी ने हाल ही में कहा था कि वो भारत माता की जय नहीं कहेंगे, जिस पर वारिस पठान ने कहा कि हम जिए हिंद कहेंगे लेकिन भारत माता की जय नहीं कहेंगे।
भारत माता की जय कहना लाज़िमी नहीं है। दस्तूर में ये बात नहीं कही गई है। उनके इन रिमार्कस के फ़ौरी बाद हुक्मराँ बीजेपी और शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी दुसरे अप्पोज़ीशन जमातों ने एमआईएम के अरकाने असेंबली को एवान से मुअत्तल करने का मुतालिबा किया।
वज़ीर माल एकनाथ खडसे ने कहा कि अरकाने असेंबली को माज़रत ख़्वाही करना चाहीए लेकिन एवान के दुस्रे तमाम ब्रहम अरकान ने उनकी तजवीज़ को मुस्तर्द कर दिया और सयासी इख़तेलाफ़ात को बालाए ताक़ रखते हुए उनकी मुअत्तली का मुतालिबा किया।