हैदराबाद 08 नवंबर: भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था अगले पांच वर्षों में एक खरब डालर तक पहुंच जाएगी जिसके परिणाम आई टी उद्योग में व्यापार के बेहतरीन अवसर उपलब्ध होंगे। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यह बात बताई और कहा कि बेहतर शासन और घरेलू मांग की पूर्ति में तेज़ी उपायों इस में मददगार साबित हो रहे हैं।
उन्होंने पीटीआई से बातचीत करते हुए कहा कि आईटी उद्योग के मौजूदा गिरावट ज्यादा बड़ी चिंता की बात नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय आईटी एक्सपोर्ट्स अब तक के सबसे अधिक 100 अरब निशाने तक पहुंच गए हैं और घरेलू कंपनियां 80 देशों में 200 शहरों पहुंच चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि यह सब कुछ डिजिटल इंडिया ‘मेक इन इंडिया’ स्टार्टअप इंडिया जैसी प्रयासों का नतीजा है और इसका उद्देश्य आईटी इको सिस्टम और बेहतर शासन को मजबूत करना है। इसके अलावा सरकार नए अवसर प्रदान करने के लिए भी कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित कर रही है। पिछले केवल एक साल में 40 मोबाइल विनिर्माण कंपनियां भारत आई हैं जो 11 करोड़ मोबाईल फोन्स तैयार कर रही हैं और 40,000 रोजगार सीधे प्रदान किए गए हैं।