नयी दिल्ली: चिपसेट कंपनी क्वालकॉम ने आज कहा कि भारत में वॉलेट और मोबाइल बैंकिंग एप्लिकेशंस द्वारा हार्डवेयर स्तर की सुरक्षा का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है, जिससे ऑनलाइन लेनदेन अधिक सुरक्षित हो सकता है. क्वालकॉम के वरिष्ठ निदेशक उत्पाद प्रबंधन एसवाई चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में बैंकिंग या वॉलेट एप द्वारा हार्डवेयर सुरक्षा का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. ये पूर्ण रुप से एंड्रायड पर काम करती हैं. इसमें प्रयोगकर्ता का पासवर्ड चुराया जा सकता है. फिंगरप्रिंट को भी छापा जा सकता है.
भारत में ज्यादातर डिजिटल वॉलेट और मोबाइल बैंकिंग एप के साथ यही स्थिति है.’ उन्होने कहा कि भारत में सबसे अधिक लोकप्रिय डिजिटल भुगतान एप द्वारा भी हार्डवेयर स्तर की सुरक्षा का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. मालूम हो की सरकार मोबाइल फोन के जरिये डिजिटल भुगतान को आगे बढ़ाने पर जोर दे रही है नोटबंदी के बाद डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है ये तो ठीक है पर ये हमारे लिए सुरक्षा की दृष्टि से ठीक है की नहीं इसकी जिम्मेवारी कौन लेंगा?
आपको बता दें कि 8 नवंबर को लिए गए 500 और 1000 रुपए के नोट को बंद करने के फैसले के बाद देश में मोबाइल पेमेंट कंपनियों के बिजनेस में भारी उछाल आया है। इतना ही नहीं, फैसले से पहले घाटे में चल रही देश की सबसे बड़ी ई-वॉलेट कंपनी पेटीएम (Paytm) के ट्रांजेक्शन में भारी इजाफा हुआ है। इसके अलावा मोबीक्विक और फ्रीचार्ज जैसी ई-वॉलेट कंपनियों के यूजर्स में भी इजाफा देखने को मिल रहा है।