नई दिल्ली: अक्सर जब भी पाकिस्तान का नाम किया जाता है तो आतंकवाद का नाम उसके साथ न चाहते हुए भी खुद बखुद जुड़ जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ है एक रिफ्यूजी मजदक दिलशाद के साथ जोकि दिल्ली में रहते हैं। दिलशाद अपने दुःख जाहिर करते हुए बताते हैं कि कुछ वक़्त पहले जब दिलशाद बलूचिस्तान से नई दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे तो इमिग्रेशन अधिकारियो के लिए वह शक के दायरे में आ गए। दरअसल दिलशाद के पास चाहे कनाडा का पासपोर्ट था लेकिन उसमें उनका जन्मस्थान पाकिस्तान के क्वेटा का नाम लिखा जिसके कारण उन्हें एयरपोर्ट पर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
पाकिस्तान के प्रति नाराजगी दिखाते हुए दिलशाद ने कहा कि मैंने अधिकारियों को बहुत समझाया कि मैं पाकिस्तानी नहीं हूं लेकिन उन्होंने मेरी एक न सुनी। मैंने ये तक कह दिया कि ‘मुझे कुत्ता कह लो लेकिन पाकिस्तानी न कहो। दिलशाद का कहना है कि मुझे इस बात की खुशी है कि आजादी के 70 साल बाद ही सही लेकिन भारत ने हमारे समर्थन में पाकिस्तान के खिलाफ खड़ा हुआ है।