भारत में साल 2050 के बाद बच्चों से ज्यादा होंगे बुजुर्ग, हर पांचवां व्यक्ति होगा बुजुर्ग

आने वाले दशकों में देश के जनसांख्यिकीय ढांचे में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। आज देश युवा आबादी के लिए जाना जाता है। लेकिन तब चीन के बाद सबसे ज्यादा बुजुर्गों वाला देश होगा। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के आकलन के अनुसार, 2050 में भारत में ऐसी स्थिति आ जाएगी जब देश में बुजुर्गों की आबादी बच्चों की आबादी से ज्यादा होने लगेगी।

रिपोर्ट के अनुसार 2050 में देश में बुजुर्गों की आबादी जो साठ साल की उम्र पार कर चुके हैं, वह करीब 30 करोड़ हो जाएगी। यह कुल आबादी का करीब 20 फीसदी होगी। जबकि 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार भारत में बुजुर्गों की आबादी 8.6 फीसदी है। संख्या के हिसाब से यह 10.40 करोड़ है। दूसरी तरफ बच्चों की आबादी जिसमें 14 साल तक के बच्चों को शामिल किया जाता है, 2011 में 29.5 फीसदी थी। लेकिन 2050 में यह करीब 19 फीसदी तक रह जाएगी। उसके बाद भी इसमें घटने का दौर जारी रह सकता है।

 

विभाग के सहायक प्रोफेसर प्रसून चटर्जी के अनुसार, 2050 में करीब-करीब एक बुजुर्ग पर एक बच्चा होगा। अभी एक बुजुर्ग पर तीन-चार बच्चे हैं। हम इसमें कुछ नहीं कर सकते। सिर्फ इस जनसांख्यिकीय ढांचे के बेहतर इस्तेमाल के दिशा में कार्य कर सकते हैं। साथ ही सरकार को वरिष्ठ नागरिकों की जरूरतों के अनुरूप अपनी नीतियां बढ़ानी होंगी।

चीन के बाद भारत-
प्रोफेसर प्रसून चटर्जी ने कहा कि यह स्थिति महत्वपूर्ण है। भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में 2050 के बाद बुजुर्गों की आबादी बच्चों की आबादी से ज्यादा होने जा रही है। इस मामले में चीन के बाद भारत ऐसा दूसरा बड़ा देश होगा। इसलिए हमें बुजुर्गों को संसाधन के रूप में प्रयोग करने के लिए अभी से रणनीति बनानी शुरू करनी होगी।

 

हर पांचवां व्यक्ति बुजुर्ग होगा-
– 7.3 अरब मौजूदा वैश्विक आबादी है, जिनमें 12 फीसदी लोग बुजुर्ग की श्रेणी में आते
– 2050में दुनिया की आबादी होगी 9.8 अरब, इनमें से 22 फीसदी होंगे 60 साल से ऊपर