मेहदी हसन चौक पर सड़क हादसे में नजीमूल खातून की मौत पर हुड़दंगियों ने जम कर फसाद मचाया। दर्जनों नौजवानों की टोली ने मेहदी हसन चौक से लेकर लक्ष्मी चौक तक कई दुकानों में तोड़फोड़ कर लूटपाट की। सड़क के दरमियान में रखे डिवाइडर को तोड़ दिया। यहीं नहीं, थाना पर मजमा लगा कर फूंकने का कोशिश किया गया, लेकिन महज संयोग था कि माचिस की तीली नहीं जली। तब तक कुछ जिम्मेवार लोगों ने हुड़दंगियों को समझा-बुझा कर पुर अमन कराया। हादसा बाद थाने में लगे इनोवा कार को भी नहीं छोड़ा। हद तो तब हो गयी, जब हुड़दंगियों ने सड़क पर उत्पात मचाना शुरू किया। उनके डर से पेट्रोल पंप, एटीएम समेत दर्जनों दुकानों बंद हो गयी। आनन-फानन में लोग सड़क से भागने लगे, जो सामने आ रहा था, लोग उसे पीट रहे थे। लक्ष्मी चौक तक एक घंटे तक जम कर सड़क पर बवाल किया। उनके डर से पुलिस मुलाज़िम एक घंटे तक थाने छोड़ कर फरार हो गये थे। जाये हदसा पर भी उनलोगों ने सिटी एसपी समेत तमाम पुलिस ओहदेदार को खदेड़ दिया था। लोगों के गुस्से को देख सिटी एसपी ब्रह्नापुरा थाने में ही रहे।
इंतेजामिया के ज़ाब्ता बरतने से मामला बिगड़ने से बचा
मेहदी हसन चौक पर सड़क हादसे में जिस तरह से लोगों ने बवाल किया, अगर इंतेजामिया के लोगों ने ज़ाब्ता से काम नहीं लिया होता, तो मामला बिगड़ सकता था। बीच सड़क पर गैर समाजी अनासिर के हरकतों को हर कोई कोस रहा था, लेकिन उनसे उलझने पर मामला बिगड़ सकता था, इसलिए लोग अगल-बगल से गुजर जाने में भी भलाई महसूस कर रहे थे। करीब आधे घंटे तक थाना पर भी फसाद मचाया गया। थाना इंचार्ज से भी गाली-गलौज कर हाथापाई की गयी। आसपास खड़े पुलिस मुलाज़िम बचाव कर गुस्साये लोगों को समझाने में लगे थे। एसएसपी का कहना था कि हादसा के बाद बस को जब्त कर ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस की फौरी कार्रवाई के बाद भी गैर सामजी अनासिर ने हंगामा मचाया। हालांकि पुलिस की तरफ से किसी भी क़िस्म का ताक़त का इस्तेमाल नहीं किया।