महेश भूपति ने कहा कि उन्हें अपने पार्टनर से अलग करके लेंडर पेस के साथ खेलने पर मजबूर किया गया तो वो लंदन ओलम्पिक़्स में नहीं जायेंगे। कल जब आल इंडिया टेनिस एसोसीएशन ने ऐलान किया कि भूपति को अपने पार्टनर रोहन के साथ मुक़ाबला में हिस्सा लेने की इजाज़त नहीं दी जाएगी।
इसके बजाय उन्हें पेस के साथ खेलना पड़ेगा जिन के साथ उन्होंने अलग होने से पहले तीन ग्रांड सलाम ख़िताब जीत रखे हैं। भूपति ने लंदन में राईटर को बताया कि मैंने उन्हें बता दिया है कि मैं लेंडर पेस के साथ जोड़ी बनाकर नहीं खेलोंगा। उन्होंने कहा मैंने उन्हें बता दिया है कि अगर मुझे रोहन के साथ नहीं रखा जाए तो में नहीं जाऊं गा क्योंकि हमने मिल कर खेलने का फ़ैसला किया था और हम पूरे साल से ये उम्मीद कर रहे थे कि हम ओलम्पिक़्स में हिंदूस्तान की नुमाइंदगी करेंगे।
1990 की दहाई में भूपति और पेस ने मिल कर हिंदूस्तान का नाम रोशन किया था उन्होंने 1999 में फ़्रैंच ओपेन और विंबलडन जीता और दो साल के बाद दूसरी मर्तबा फ्रेंच ओपेन जीता। मगर उनकी हिस्सादारी देरपा ( टिकाऊ) नहीं रही। इनके ताल्लुक़ात बिगड़ गए और 2002 से उन्होंने मिल कर खेलना बंद कर दिया।
2006 में एशियाई खेलों के बाद उन्होंने ऐलान कर दिया था कि अब आइन्दा वो कभी जोड़ी बनाकर नहीं खेलेंगे मगर बीजिंग ओलम्पिक़्स के मौक़ा पर वो अपने झगड़े को भुलाकर एक साथ खेलने पर राज़ी हो गए और 5 नंबर पर आए। 2011 में वो ऑस्ट्रेलियन ओपेन में साथ खेले और पेस ने साबिक़ा मलिका कायनात ( पूर्व विश्व सुंदरी) लारा दत्ता के साथ भूपति की शादी में शिरकत भी की।
अगरचे अब उनके बीच की तल्ख़ी कम हो चुकी है मगर भूपति का कहना है कि खेल के मैदान में जीतने के लिए जैसे बाहमी ताल्लुक़ात होने चाहिऐं वो उनके दरमयान नहीं हैं, इसलिए वो ओलम्पिक़्स में साथ नहीं खेलना चाहते। उन्होंने कहा कि हम दोनों ने एक साथ मश्क़ भी नहीं की ।
हक़ीक़त तो ये है कि नवंबर में लंदन में मास्टर्ज़ खेलने के बाद से हम दोनों ने एक दूसरे से बात तक नहीं की । अब मेरे लिए पांचवें ओलम्पिक़्स में जाना और कुछ हासिल करना दिलचस्पी नहीं रखता, इस तरह तो उन्होंने मेरे ओलंपियाड के ख्वाब को ही चकनाचूर कर दिया है।
पेस अपने चेक शराकतदार रॉडिक स्टपान्क के साथ जनवरी के आस्ट्रेलियन ओपेन में मर्दों का डबल्स ग्रांड सलाम जीते थे। वो चूँकि दर्जा बिन्दी में नंबर 10 पर हैं , इसलिए उन्हें ओलम्पिक डबल्स के लिए बिलामुक़ाबला इन्ट्री मिल गई है। बोपन्ना 12 वें नंबर पर और भूपति 14 वें नंबर पर हैं।